मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों को हाल ही में बड़ी राहत दी है। जी दरअसल हाल ही में ठाकरे सरकार ने कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को अब 2021-22 सत्र के लिए फीस में 15 फीसदी शुल्क कटौती करने का आदेश दिया है। मिली जानकारी के तहत सरकार की तरफ से 12 अगस्त को जारी एक आधिकारिक नोटिस में यह बात कही गई है। जारी हुए नोटिस के अनुसार सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को अतिरिक्त शुल्क या स्कूलों द्वारा एकत्र की गई राशि वापस करने के लिए कहा है। जी दरअसल स्कूलों को यह राशि या तो अगले महीने या किश्तों में वापिस करनी होगी।
वहीं सरकार ने जो आदेश दिए हैं उनके अनुसार यह कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि यह माना जाता है कि वार्षिक स्कूल शुल्क का कम से कम 15 फीसदी ओवरहेड खर्च के लिए है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना काल अब भी चल रहा है और इसी के चलते अभी स्कूल बंद होने से यह भी माना जा रहा है कि इस तरह का खर्च स्कूल प्रबंधन ने बचा लिया होगा। इसी के साथ सरकार ने यह भी कहा है कि, 'यह धारणा स्कूल प्रबंधन द्वारा वास्तविक बचत की तुलना में उच्च स्तर पर बनाई जा रही है।'
आदेश में निजी गैर सहायता प्राप्त स्कूलों के स्कूल प्रबंधन द्वारा इस बचत का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। जी दरअसल इस फैसले के लिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है। मिली जानकारी के तहत मामले के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, जिसमें कई स्कूल प्रबंधनों ने अनुभव किया है, छात्रों और उनके परिवारों के लाभ के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसी के साथ ही यह भी ध्यान रखा गया है कि ओवरहेड खर्च के तहत आने वाली सुविधाओं का छात्रों ने लाभ नहीं उठाया है जो उन्हें स्कूलों के खुले होने पर मिलती है।
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