उत्तराखंड के थराली विधानसभा पर कल 28 मई को उपचुनाव हुए. इस उपचुनाव को लेकर दोनों पार्टियों भाजपा-कांग्रेस ने जो जी-तोड़ मेहनत की है. इस उपचुनाव का नतीजा ईवीएम में कैद हो चुका है, जिसका फैसला अब 31 मई को यानि की गुरुवार को होगा. इस बार कि तैयारियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी के दिग्गज नेता भी मैदान पर अपनी कला का जौहर दिखाकर वोटरों को अपनी ओर करते नज़र आए.
सोमवार को मतदाताओं ने प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद करने के साथ ही इस सीट पर अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुन लिया है. इस चुनाव प्रचार की शैली ओर नेताओं के डैम ख़म को देखने पर 1982 के हेमवंती नंदन बहुगुणा बनाम इंदिरा गांधी के बीच लड़े गए गढ़वाल चुनाव की यादें ताज़ा हो गई है.
बता दे कि इससे पहले इस सीट पर भाजपा के दिवंगत नेता मगन लाल शाह विधायक के रूप में थे, जिनके आकस्मिक निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव लड़ा गया. इस सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक की पत्नी मुन्नी देवी शाह को मैदान में उतरा वही कांग्रेस इस सीट पर अपने पूर्व विधायक प्रो. जीतराम को प्रत्याशी बनाया है.
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