नई दिल्ली: देश में आपातकाल यानी इमरजेंसी की बरसी पर सियासी दल तमाम तरह से अपनी प्रतिक्रयाएं दे रहे हैं, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी है, जो आपातकाल के मुश्किल वक्त में मौके पर टिके रहे। बता दें कि, प्रधानमंत्री इस वक़्त इजिप्ट के दौरे पर हैं। जहां वो भारतवंशियों से भी मिलने वाले हैं। आज पीएम मोदी के दौरे का अंतिम दिन है। रविवार रात 12 वापस भारत के लिए रवाना हो जाएंगे।
I pay homage to all those courageous people who resisted the Emergency and worked to strengthen our democratic spirit. The #DarkDaysOfEmergency remain an unforgettable period in our history, totally opposite to the values our Constitution celebrates.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
बता दें कि, आज यानी 25 जून को पूरा देश इतिहास के स्याह पन्ने के रूप में याद कर रहा है। इस काले दौर को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'मैं उन तमाम साहसी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और हमारी लोकतांत्रिक भावना को सशक्त करने के लिए काम किया। #DarkDaysOfEmergency हमारे इतिहास की कभी न भूलाने वाली वो अवधि है, जो हमारे संविधान द्वारा बनाए गए मूल्यों के बिल्कुल एकदम उलट है।'
बता दें कि इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के समय देश के प्रमुख नेताओं को जेल में ठूंस दिया गया था। कई राष्ट्रवादी विचारधारा वाले नेताओं को भूमिगत होने के लिए मजबूर होना पड़ा था। 25 जून 1975 की रात 12 बजे तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के कहने पर पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने भारतीय संविधान की अनुच्छेद 352 के तहत इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद देश पुलिस स्टेट बन गया था। देश के विभिन्न हिस्सों से इंदिरा गांधी के फैसले का विरोध करने वाले लोगों को पुलिस ने जेलों में डाल दिया था। ये इमरजेंसी 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक 21 महीने तक लागू रही थी। इसको देश के लोकतंत्र के सबसे काले अध्यायों के तौर पर देखा जाता है।