आज के समय में सोशल मीडिया पर फेमस होना या अधिक लाइक्स और व्यूज पाना कई कंटेंट क्रिएटर्स का उद्देश्य बन गया है। ऐसे में कभी-कभी ऐसी हरकतें भी हो जाती हैं, जो उन्हें मुसीबत में डाल देती हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है मशहूर यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ड्रोन प्रताप का, जिनका असली नाम प्रताप एनएम है।
ड्रोन प्रताप, जो 27 साल के हैं, अपने यूट्यूब चैनल पर ड्रोन और साइंस से जुड़े कंटेंट पोस्ट करने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही, वे कन्नड़ के मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस कन्नड़ में भी दिखाई दे चुके हैं। इस शो के बाद उनकी लोकप्रियता बहुत बढ़ गई थी। उनके वीडियो हमेशा ही वायरल होते हैं और लाखों लोग उन्हें देखते हैं। मगर हाल ही में पोस्ट किया गया उनका एक वीडियो अब उनके लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गया है।
क्या था वीडियो में?
ड्रोन प्रताप ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने कर्नाटक के मधुगिरी तालुक स्थित जनकालोटी में श्री रायरा ब्रुंदावना फार्म के तालाब में सोडियम जैसे रसायन का इस्तेमाल कर विस्फोट किया। इस वीडियो में दिखाया गया कि तालाब में केमिकल डालते ही पानी में धमाका होता है। प्रताप ने इसे एक "साइंस एक्सपेरिमेंट" और प्रमोशनल वीडियो बताया। उनका दावा था कि यह वीडियो सिर्फ दर्शकों को विज्ञान से जुड़ी जानकारी देने के उद्देश्य से बनाया गया था। हालांकि, इस घटना को लेकर विवाद बढ़ने लगा तथा पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले पर संज्ञान लिया। 13 दिसंबर को कर्नाटक पुलिस ने ड्रोन प्रताप को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने 16 दिसंबर को मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि यह घटना गंभीर लापरवाही का उदाहरण है। पुलिस ने बताया, प्रताप ने तालाब में विस्फोट के लिए सोडियम जैसे खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल किया, जिससे लोगों की जान को खतरा हो सकता था। उनके खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 288 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। यह धारा विस्फोटक पदार्थों के इस्तेमाल में लापरवाही करने से संबंधित है।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि विवाद बढ़ने के बाद ड्रोन प्रताप ने स्वयं यह वीडियो अपने यूट्यूब चैनल से डिलीट कर दिया। इससे उनकी मंशा पर सवाल खड़े हुए। पुलिस ने जब इस मामले की गहराई से तहकीकात की तो पाया गया कि यह कृत्य स्थानीय पर्यावरण और आसपास के लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर सकता था।
वही गिरफ्तारी के बाद ड्रोन प्रताप को तीन दिन की पुलिस हिरासत में रखा गया। तत्पश्चात, उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अफसरों ने कहा कि इस मामले में अगर प्रताप दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें छह महीने तक की जेल हो सकती है। ड्रोन प्रताप की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है। कुछ लोग उनके साइंस एक्सपेरिमेंट को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कई लोग उनकी हरकत को खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह के खतरनाक प्रयोग बिना उचित अनुमति और सुरक्षा उपायों के नहीं किए जाने चाहिए।