टेलीविज़न जगत में जूनियर नाना पाटेकर के नाम से मशहूर तीर्थानंद राव ने बीते दिनों फेसबुक पर लाइव जाकर खुदखुशी करने का प्रयास किया था। इसके चलते पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीर्थानंद की जान बचा ली। तीर्थानंद राव अब खतरे से बाहर हैं तथा उनका उपचार चल रहा है। अपने एक इंटरव्यू में तीर्थानंद कहते हैं, मैं अब सच में जीना नहीं चाहता हूं। उस महिला के टॉर्चर से परेशान हो गया हूं। यादो पुलिस समय पर नहीं आती, तो शायद मैं अब बात भी नहीं कर पाता। जब पुलिस ने तीर्थानंद राव की गर्लफ्रेंड को कॉल कर चिकित्सालय बुलाने का प्रयास किया, तो उन्होंने कहा मरने दो, मैं तो ऐसे भी उसे छोड़ने वाली थी कहकर फोन काट दिया।
तीर्थानंद बताते हैं, मैं उस महिला के कारण अपने ही घर से कई दिनों तक बेघर रहा था। मैं तकरीबन 10 से 12 दिन घर के बाहर फुटपाथ में अपनी रात गुजारी हैं। उन्होंने मुझपर झूठे केस लगाए हैं। मैं निरंतर उनसे बोलता रहा हूं कि केस वापस कर मुझे बख्श दें लेकिन वो राजी नहीं हो रही हैं। वो चाहती हैं कि मैं अपने घर का हिस्सा उनको दे दूं तथा मुझसे पैसों की मांग कर रही हैं। हाल ही में मैंने तकरीबन 1 लाख का फोन उन्हें खरीदकर दिया है जिससे मेरा पीछा छूटे लेकिन वो राजी ही नहीं हैं।
तीर्थानंद की हालत में सुधार हैं तथा वो अभी तक चिकित्सालय में भर्ती हैं। तीर्थानंद ने बताया, मुझे यहां डॉक्टर 3 से 4 दिन तक रखने वाले हैं। अभी कुछ चेकअप्स हुए हैं। बॉडी में जहर चला गया था, जो समय रहते ठीक हो गया है। मैं अपनी हरकतों से शर्मिंदा हूं मगर मेरे पास कोई और ऑप्शन भी तो नहीं हैं। मैं चाहता हूं कि वो महिला मेरे केस वापस लेकर मुझे इन सबसे स्वतंत्र कर दे। मैं उसके कारण अपने काम पर फोकस नहीं कर पा रहा हूं। मेरे सारे पैसे खत्म हो चुके हैं।
जब सुष्मिता संग मिथुन चक्रवर्ती इंटीमेट सीन करने पर एक्टर पर लगा था ये आरोप
देशभर में लागू होगी 'समान नागरिक संहिता'! विधि आयोग ने जनता से मांगी सलाह, ऐसे दें अपनी राय