वैसे तो पूरी दुनिया में क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है लेकिन एक जगह ऐसी है जहां पर क्रिसमस 25 दिसंबर को नहीं बल्कि दो महीने बाद मनाया जाता है. आज हम आपको ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा हरे हैं जिसके बारे में आप नहीं जानते होंगे. दरअसल, कोलंबिया के एक गांव क्विनामायो में फरवरी के महीने में क्रिसमस मनाया जाता है.
बताया जाता है कि क्रिसमस मनाने की ये परम्परा पुरखों से चली आ रही है. ऐसा इसलिए है कि क्योकि ये लोग उस समय एक गुलाम का जीवन जी रहे थे जिसके चलते उन्हें 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने की इजाजत नहीं थी. इतना ही नहीं उन्हें क्रिसमस के लिए कोई और दिन चुनने को कहा गया था जिसके चलते गाँव के लोगों ने फरवरी के मध्य में क्रिसमस मनाने का फैसला किया और तभी से ये परम्परा चली आ रही है. ये क्रिसमस उसी तरह मनाते हैं जिस तरह बाकि लोग मनाते हैं.
फरवरी के समय भगवान यीशु की प्रतिमा की पूजा की जाती है और आराधना के साथ आसमान आतिशबाज़ी भी होती है और झूम कर ये दिन मनाया जाता है. इस पर गांव के होल्म्स लाराहोंडो कहते हैं, 'हमारे समुदाय की मान्यता है कि किसी भी महिला को जन्म देने के बाद 45 दिन का उपवास करना होता है। इसलिए हम दिसंबर की बजाए फरवरी में क्रिसमस मनाते हैं, ताकि मैरी भी हमारे साथ डांस कर सके.' यानी जब यीशु के जन्म के बाद मदर मैरी को ध्यान में रखते हुए ये क्रिसमस फरवरी में मनाया जाता है.
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