लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानपुर से अरेस्ट किया गया इस्लामी कट्टरपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सैफुल्ला ने यूपी ATS की हिरासत में अपने कई राज उगले हैं। सैफुल्ला ने ATS को बताया है कि मैं बीते 5 वर्षों से इंटरनेट के माध्यम से आतंकी गतिविधियों की जानकारी ले रहा था। मैं आतंकी संगठनों से प्रभावित था, क्योंकि मैं भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने का ख्वाब देख रहा था। उसने बताया कि मैं लगभग ढाई वर्ष पूर्व सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों के ग्रुप से जुड़ गया था।
आतंकी सैफुल्ला ने बताया है कि मैंने अपने आसपास के युवाओं को जोड़ने की मुहीम चलाई थी और मेरे ग्रुप में फतेहपुर, कानपुर और प्रयागराज के युवा जुड़े थे। उसने यूपी के अलावा झारखंड, महाराष्ट्र, कश्मीर और गुजरात में भी आतंक से जुड़े सक्रिय लोगों की पुष्टि की है। सैफुल्ला उर्फ हबीबुल ने इनमें से 8 लोगों के नाम हबीबुल ने ATS के सामने उगले हैं। आतंकी सैफुल्ला से पूछताछ में पता चला कि हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला वर्चुअल IED बनाने में पारंगत है और इसी ने नदीम समेत कई पाकिस्तानी एवं अफगानिस्तानी आतंकियों को करीब 50 वर्चुअल ID बनाकर दी। सोशल मीडिया के माध्यमों जैसे- टेलीग्राम, वट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर के जरिये सैफुल्ला पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे कई हैंडलर्स के संपर्क में था। हबीबुल उर्फ सैफुल्ला विभिन्न ग्रुप्स में वर्चुअल आईडी के जरिए ही जुड़ा था और वह अन्य सदस्यों को भी वर्चुअल ID बनकर देता था।
सैफुल्ला के अतिरिक्त सहारनपुर से पकड़े गए जैश के आतंकी मोहम्मद नदीम को लेकर भी अहम खुलासा हुआ है। आतंकी मोहम्मद नदीम के मोबाइल से फिदायीन अटैक का पूरा ऑनलाइन कोर्स मिला है। इस ऑनलाइन कोर्स में IED बनाने का पूरा तरीका दिया गया था। नदीम RDX और डायनामाइट बनाने की ऑनलाइन ट्रेनिंग ले रहा था। यही नहीं नदीम के मोबाइल सेलोन वुल्फ अटैक की ट्रेनिंग से जुड़े कुछ पन्ने भी बरामद हुए हैं।
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