अगर आपसे पूछा जाये कि दुनिया की सबसे ऊँची इमारत कौनसी है जो शायद आपका जवाब होगा 'बुर्ज खलीफा' और मेरा भी यही है पर क्या आपको बता कि बुर्ज खलीफा से जल्द ही दुनिया की सबसे ऊँची इमारत का ख़िताब छीन लिया जायेगा. साल 2010 को 'बुर्ज खलीफा' का निर्माण कर दुबई ने दुनिया की सबसे ऊंची इमारत का खिताब अपने नाम किया था. उस समय पूरा संसार इंजीनियरिंग के इस नायाब नमूने को देखकर हैरान रह गया. इसके बाद कई और देशों ने ऐसी कोशिश की लेकिन आठ साल बीतने के बाद भी कोई दूसरा देश ऐसा नहीं कर सका. लेकिन आने वाले कुछ ही वर्षों में बुर्ज खलीफा की जगह न्यूर्याक के 'मैनहट्न' में बनने वाली इमारत 'The Big Bend' ले लेगी.
मौजूदा समय में दुनिया की सबसे ऊँची इमारत 'बुर्ज खलीफा' की ऊंचाई 828 मीटर है. कई देशों ने इस तरह की ऊंची इमारत बनाने पर विचार किया पर इतनी ऊँची इमारत बनाने के लिए कोई भी इंजीनियर और बिल्डिंग एक्सपर्ट सामने खड़ा नहीं हो सकता. यह चेताया गया कि इतनी ऊंचाई तक बिल्डिंग बनाने के लिए भारी-भरकम सामान व बिल्डिंग मटेरियल कैसे इतनी ऊंचाई तक ले जाया जाएगा. दरअसल, ज्यादा ऊंचाई होने पर हवा का दबाव बढ़ जाता है. ऐसे हालात में लेबर के लिए काम कर पाना भी मुश्किल होता है लेकिन इन सारी मुश्किलों से पार पाने के लिए अमेरिका के इंजीनियरों ने अपना दिमाग लगाया और ऐसा मॉडल तैयार किया. इंजीनियरों ने इस बिल्डिंग का जो स्ट्रक्चर तैयार किया है उसे देखकर आप भी चक्कर खा जाएंगे.
इस बिल्डिंग का आकार U-शेप का होगा और यह इमारत न्यूर्याक के 'मैनहट्न' में होगी. इसका नाम 'The Big Bend' होगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक यह इमारत 2019 तक बन कर तैयार हो जाएगी. फिलहाल इसका डिजाइन पूरी तरह से बनाया जा चुका है .दुनिया की सबसे लंबी इस बिल्डिंग में कई ऐसे एलिवेटर भी लगाए जाएंगे, जो घुमावदार हिस्से पर आसानी से काम कर सकेंगे. सबसे खास बात तो यह है कि ये बिल्कुल झूले के आकार में होंगे. इस इमारत के निर्माण की जिम्मेदारी विश्व विख्यात Oiio स्टूडियो को दी गई है.
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