भोपाल: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रशासनिक व्यवस्था का व्यवसायीकरण करने का आरोप लगाया। नीमच जिले के जावद में दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित कर्नाटक में एक मंत्री को भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से इस्तीफा देना पड़ा, मगर बीजेपी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए फिर से टिकट दे दिया।
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘प्रशासनिक व्यवस्था का व्यावसायीकरण भारतीय जनता पार्टी के काम करने का तरीका है क्योंकि वह 'खूब खाओ और खूब खिलाओ' में विश्वास करती है। हालांकि, पीएम (नरेन्द्र मोदी) ने कहा था कि 'न खाऊंगा न खाने दूंगा'।'' वही दिग्विजय सिंह ने हाल के एक मामले का हवाला दिया, जिसमें एक जिला पंचायत अध्यक्ष को सरपंच से रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। उन्होंने यह भी इल्जाम लगाया कि सरकार साक्षात्कार लिए बिना कुछ लोगों की भर्ती कर रही है।
दिग्विजय सिंह के आरोपों पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के सचिव रजनीश अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश ने कई प्रमुख जन कल्याणकारी योजनाओं में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है एवं अन्य राज्य इसका अनुकरण कर रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी सरकार है जिसने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रणाली का इस्तेमाल करने का फैसला किया, मगर दिग्विजय सिंह यह सब नहीं समझ सकते क्योंकि वह प्रदेश के सबसे खराब सीएम थे।
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