यूपी के महराजगंज जिले में एक हैरान करने वाला केस सुनने को मिला है। यहां कोल्हुई थाना इलाके के गांव में रविवार को निकाह के बीच बवाल बढ़ गया। मौलवी जब निकाह पढ़वा रहे थे तो उर्दू के कुछ शब्दों के उच्चारण में दूल्हा अटकने लगा। जिससे लोगों को शक हुआ। पूछताछ शुरू हुई तो दूल्हे का पर्दाफाश हो गया। जिसके उपरांत हंगामा शुरू हो गया। आक्रोशित लोगों ने दूल्हे को जमकर मारना शुरू कर दिया। भागने के प्रयास पर घरातियों ने कुछ बारातियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जंहा इस बात का पता चला है कि कोल्हुई थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती से सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले एक युवक से सोशल मीडिया पर चैटिंग के बीच संबंध प्रगाढ़ हुआ, दोनों के मध्य बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। युवक, युवती के घर भी आने-जाने लगा।
दो वर्ष के उपरांत लड़की के परिजनों ने शादी के लिए रजामंदी दे दी। लड़की को लड़के के बारे में सब पता था, लेकिन लड़की ने अपने घरवालों को कुछ भी नहीं बताया था। लिहाजा उसने लड़के को मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी करने पर राजी किया। युवती के घर वालों ने शादी पर सहमति जताते हुए बारात लाने की बात बोली थी तो युवक ने कोविड महामारी का हवाला देते हुए 2- 4 लोगों के साथ बारात लाने की बात बोली। तय दिनांक पर रविवार को कुछ लोगों के साथ निकाह करने आया। मौलवी ने निकाह पढ़ाना शुरू किया, इस बीच कुछ शब्दों को बोलने के दौरान वह अटकने लगा।
मौलवी को शक हुआ तो उसकी तलाशी लेने पर जेब में पैन कार्ड मिला। जिससे उसके समुदाय की पोल खुली। दूल्हे के साथ उसके घर वाले शादी में शामिल नहीं हुए थे। प्रभारी निरीक्षक कॉलोनी दिलीप शुक्ला ने दोनों पक्षों में बातचीत का का दौर शुरू होने की पुष्टि की।
'राम मंदिर के लिए मिले चंदे का दुरुपयोग अधर्म है...' जमीन घोटाले पर बोलीं प्रियंका गांधी
इस हफ्ते भारत में लांच होगा PUBG ! Battlegrounds Mobile India है नया नाम
कोरोना से हुआ माँ का निधन, तो 'सेवा करने' की बात लिखकर इंजिनियर बेटे ने की ख़ुदकुशी