लखनऊ: उत्तर प्रदेश के महराजगंज में एक छह वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बच्ची की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि पड़ोस के रहने वाले दो नाबालिगों ने की थी। नाबालिगों ने मासूम को टॉफी के बहाने अपने घर बुलाया, फिर रेप करने की कोशिश की। जब बच्ची ने शोर मचाया, तो लड़कों ने उसका गला दबा दिया और उसका सिर दीवार से लड़ा दिया। जिससे उसकी जान चली गई। इसके बाद लाश को देर रात 3 बजे गली के नजदीक फेंक दिया था।
इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए गुरुवार को SP डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि सिंदुरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव में बुधवार की सुबह एक बच्ची की लाश गली से बरामद हुई थी। इसके चेहरे को ज्वलनशील पदार्थ से जला दिया गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रिपोर्ट में मौत का कारण सिर में चोट बताया गया है। इस घटना के खुलासा के लिए सीओ सदर अजय सिंह चौहान के पर्यवेक्षण में टीम को लगाया गया। पुलिस ने 24 घंटे में ही मामले का पर्दाफाश कर दिया।
SP ने बताया दोनों आरोपी नाबालिग हैं। इसमें से एक आरोपी की उम्र 15 और दूसरे की उम्र 17 वर्ष है। दोनों उसी मोहल्ले के निवासी हैं। मंगलवार को मासूम बच्ची को अकेला देख टॉफी का प्रलोभन दिया और उसे अपने घर ले गए। जहां दोनों ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया। जब बच्ची ने शोर मचाया तो लड़कों ने गला दबाकर उसका सिर दीवार पर दे मारा। इससे बच्ची की मौत हो गई। हत्या के बाद लाश को घर में छिपा दिया था, उस समय घर पर कोई नहीं था। बाद में लाश को गली में फेंक दिया। SP ने बताया कि 17 साल के आरोपी ने अपने घर से स्वर्ण की सफाई में इस्तेमाल होने वाले तेजाब की शीशी चेहरा जलाने की कोशिश भी की। एसपी के अनुसार, नाबालिगों पर रेप, पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों को ज्यूबेनाइल कोर्ट में पेश किया गया।
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