अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के सुभाष नगर में 25 वर्षीय युवक अक्षत अग्रवाल की लाश 21 अगस्त को चठिरमा जंगल में उसकी कार में मिली थी। उसके शरीर पर गोली के निशान थे, और जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में एक चौंकाने वाला सच उजागर किया। पुलिस के अनुसार, मृतक अक्षत ने अपनी ही हत्या के लिए अपने पुराने कर्मचारी को पैसे और ज्वेलरी देकर सुपारी दी थी।
अक्षत 20 अगस्त की शाम अपनी कार से घर से निकला था। उसने शाम 6 बजे परिजनों से बातचीत कर कहा था कि वह जल्द ही घर लौट आएगा। लेकिन इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया, जिससे परिवार चिंतित हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी अक्षत का कुछ पता नहीं चला, तो परिजनों ने गांधीनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने जांच के दौरान संदेह के आधार पर भगवानपुर के निवासी और जमीन के कारोबारी भानू बंगाली को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने कबूल किया कि उसने अक्षत को गोली मारी है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने अक्षत का शव उसकी कार से बरामद किया। साथ ही, आरोपी के पास से 500 के करीब 100 नोट, ज्वेलरी और मृतक की सोने की चेन भी मिली।
आरोपी ने बताया कि अक्षत ने उसे अपनी हत्या के लिए 50 हजार रुपए और ज्वेलरी दी थी। भानू बंगाली, जो पहले अक्षत के स्टील शो-रूम में कर्मचारी था, अब जमीन का ब्रोकर है। आरोपी ने बताया कि अक्षत की योजना थी कि उसकी हत्या की जाए ताकि उसके परिवार को बीमा का पैसा मिल सके। हालांकि, अक्षत के परिजन पुलिस की इस कहानी से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि अक्षत एक अच्छा लड़का था और परिवार में किसी भी तरह की आर्थिक या अन्य परेशानी नहीं थी। उन्होंने पुलिस से गहन जांच की मांग की है, क्योंकि उन्हें शक है कि हत्या का असली कारण कुछ और हो सकता है।
इस पूरे मामले में सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉयड की मदद ली। मामले की जांच अभी भी जारी है और पुलिस अन्य संभावनाओं की भी पड़ताल कर रही है।
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