भोपाल। प्रदेश की राजधानी में प्रशासन अकादमी में सिविल सर्विस डे पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसके चलते मख्यमंत्री कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे, वहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा की पता नहीं, कांग्रेस के मित्रों को क्या हो गया है! बड़ा आसान था, राहुल जी ओबीसी से माफी मांग लेते लेकिन, कोर्ट के फैसले पर टिप्पणियां की जा रही हैं। सवाल उठाए जा रहे हैं, उंगलियां उठाई जा रही हैं। यहां तक कि न्यायाधीश के बारे में भी उल्टा-सीधा बोला जा रहा है।
बिना में जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अफसरों के खिलाफ बयान दिया था, उस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जवाब में कहा, मुझे यह समझ में नहीं आता कि वे भावी मुख्यमंत्री, अवश्यंभावी मुख्यमंत्री, सब हो गए। लेकिन, वे ही कहते हैं कि संगठन कमजोर है। एक कहता है कि बूथ मजबूत है। अब कौन सही बोल रहा है कमलनाथ जी सही बोल रहे हैं या दिग्विजय सिंह सही बोल रहे हैं?
सूरत कोर्ट के द्वारा राहुल गाँधी की सजा पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है, जिसके चलते कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने टिप्पणिया भी की है, इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पलटवार तो किया ही है लेकिन, राहुल गाँधी पर भी तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, एक तरफ आप कोर्ट में जाते हो, दूसरी तरफ कोर्ट के बारे में भी उटपटांग बोलते हो। आखिर क्या हो गया है ? क्या आप जो कहते हो वही सच है? राहुल जी को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए और कम से कम यह लोकतंत्र है। कांग्रेस के नेताओं को न्यायपालिका का अपमान नहीं करना चाहिए। पूरे देश का विश्वास और भरोसा न्यायपालिका पर है।
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