लखनऊ: अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस (Saryu Express) में गंभीर स्थिति में मिली महिला कांस्टेबल की हालत में आहिस्ता-आहिस्ता सुधार हो रहा है। पुलिस ने बताया कि वो अब आहिस्ता-आहिस्ता बोल भी पा रही है, मगर पूरी तरह से बातचीत नहीं कर पा रही है। हालांकि उसकी ये हालत कैसे हुई, इसे लेकर अब तक कोई खबर नहीं मिल पाई हैं। पुलिस के हाथ अब तक इस मामले में खाली है। वहीं डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही इस पूरी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
दरअसल, 29-30 अगस्त की रात को एक महिला पुलिस कांस्टेबर खून से लथपथ, बेहोशी की स्थिति में मनकापुर से अयोध्या पहुंची यात्री ट्रेन में मिली थी। उसके कपड़े कई जगह से फटे थे तथा शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान थे। अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उसे गंभीर हालत में जीआरपी सिपाहियों ने उतारा तथा उसे जिला चिकित्सालय लाया गया। गंभीर हालत को देखते हुए उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था, जहां उसका उपचार चल रहा है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के अनुसार, महिला कांस्टेबल के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा है। अब वो आहिस्ता-आहिस्ता बोल भी रही है। चोट ज्यादा लगने के कारण वो पूरी तरह से बातचीत नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उसे अच्छी से अच्छी सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिए गए हैं। इस सिलसिले में सभी वरिष्ठ अफसरों के द्वारा स्वयं चिकित्सालय जा कर देखा भी गया। इसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय ने इस सिलसिले में जो भी निर्देश दिए हैं उनका शत प्रतिशत अनुपालन कराया जा रहा है। ADG ने कहा कि घटनास्थल से अन्य सूक्ष्म फॉरेंसिक साक्ष्यों को भी एकत्रित किया गया तथा तकनीकी मदद भी ली जा रही है, जिससे हमलावरों की सही पहचान हो सके। इसके अतिरिक्त रेलवे विभाग के सभी अफसरों के द्वारा क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया है। उन्होंने कहा, बहुत जल्द ही इसमें सही अभियुक्तों का पता करके केस का खुलासा किया जाएगा।
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