चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार (24 अगस्त) की शाम राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन के सभी दावों को खारिज कर दिया और कहा कि कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम है। AAP के साथ गठबंधन के बारे में हुड्डा ने कहा कि, "हमारा समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ भी गठबंधन है, मगर वो केंद्र में है, राज्य में नहीं। हरियाणा में हमारा किसी से कोई गठबंधन नहीं है। कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।'
इसका सीधा मतलब ये है कि, केंद्रीय राजनीति में एकजुट होकर मोदी सरकार का विरोध करने वाल पार्टियां, इस राज्य में एक दूसरे की पोल खोलती दिखेंगी। जैसे कि लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में देखने को मिला था, जहाँ कांग्रेस और AAP दोनों ने एक-दूसरे को जमकर भ्रष्ट बता रहे थे, वहीं पंजाब से सटे दिल्ली में आते ही दोनों एक दूसरे की तारीफ करने लग जाते थे। क्योंकि, दिल्ली में पंजाब-AAP का गठबंधन था, पंजाब में नहीं। इसी तरह शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की शिकायत करने वाली और कार्रवाई की मांग करने वाली कांग्रेस ही थी, लेकिन जब गठबंधन हो गया, तो वही केजरीवाल की रिहाई की मांग करने लगी और केंद्र सरकार को तानाशाह बताने लगी। हुड्डा के बयानों से ऐसा लगता है कि, हरियाणा में भी दिलचस्प राजनीति देखने को मिलेगी, जहाँ कांग्रेस और AAP एक दूसरे पर निशाना साधेंगे।
पूर्व सीएम हुड्डा ने आगे कहा कि आगामी चुनावों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है, जिससे 'वोट कटुओं' के लिए कोई जगह नहीं बचेगी। आगामी चुनावों के लिए इनेलो-बसपा गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि, "लोकसभा परिणामों ने स्पष्ट रूप से दिखा दिया है कि मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। बाकि सब वोट कटुए हैं।" आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और उनके बयान "न थके हैं, न रिटायर्ड" के मुद्दे को भी हुड्डा ने दोहराया, उन्होंने कहा कि, "थके हुए या रिटायर्ड जैसी कोई बात नहीं है। मैंने कहा था कि मैं इस बार चुनाव लड़ूंगा। मैं न थका हूं, न रिटायर्ड हूं।"
2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि भाजपा के वोट प्रतिशत में कमी आई है और कांग्रेस के वोट शेयर में वृद्धि हुई है, जो दर्शाता है कि लोग राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाने के इच्छुक हैं। आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों पर हुड्डा ने कहा कि, “लोकसभा चुनावों में लोगों ने साफ़ संकेत दे दिए हैं कि हरियाणा की 36 बिरादरी ने तय कर लिया है कि अगली सरकार कांग्रेस पार्टी की बनेगी। हमें पूरे भारत में इंडिया अलायंस का सबसे अधिक वोट शेयर मिला है। यहां 10 संसदीय क्षेत्र हैं और उन सभी 10 में भाजपा के वोट शेयर में गिरावट दर्ज की गई, जबकि कांग्रेस ने बढ़त दर्ज की। इसी तरह, 90 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा है, जबकि भाजपा का घटा है। यह एक स्पष्ट संकेत है। हमारे विभिन्न अभियानों के माध्यम से हमें जो जनसमर्थन मिल रहा है, उसके आधार पर, चाहे वह ‘हिसाब मांगे हरियाणा’ हो या ‘घर-घर कांग्रेस’, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि लोगों ने कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना लिया है।”
बता दें कि, हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव एक ही चरण में 1 अक्टूबर को होंगे तथा मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिलाएं, 4.52 लाख पहली बार मतदाता तथा 40.95 लाख युवा मतदाता हैं। हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है, जिसकी जांच 13 सितंबर को होगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 16 सितंबर है।
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