धनबाद: झारखंड की राजधानी रांची से एक अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया है। दरअसल, झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश के बाद लालपुर थाना प्रभारी और मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मोरहाबादी के सरईटांड़ के मसना स्थल से राहुल मिंज नामक शख्स के शव को कब्र खोदकर बाहर निकाला गया। मृतक युवक राहुल मिंज की लाश के अवशेषों को पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है, ताकि उसकी मौत का कारण पता लगाया जा सके।
दरअसल, फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो जाएगा कि राहुल मिंज की मौत स्वभाविक थी या फिर एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत उसका क़त्ल हुआ था। बता दें कि रांची के मोरहाबादी के सरईटांड़ के रहने वाला युवक राहुल मिंज दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट था और पढ़ाई पूरी करने के बाद वो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगा हुआ था। इसी बीच 2 जून 2022 को राहुल अपने दोस्तों के साथ बस्ती के ही एक विवाह समारोह में गया था। जहां संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई। हालांकि उस दौरान युवक की मौत की वजह अत्याधिक शराब का सेवन और हार्ट अटैक बताई गई थी।
राहुल के परिवार वालों ने जमीन हड़पने के इरादे से उसकी हत्या को एक सुनियोजित षड्यंत्र बताते हुए मामले की जांच के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में एक अर्जी दाखिल की थी। हाईकोर्ट द्वारा दिखाई गई सख्ती के बाद लालपुर थाने में FIR दर्ज करने के बाद लालपुर थाना प्रभारी ममता कुमारी और मजिस्ट्रेट अमित भगत की उपस्थिति में राहुल का शव कब्र खोदकर बाहर निकाला गया। उच्च न्यायालय ने मृतक युवक के शव का फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम जांच रिपोर्ट 27 जून को अदालत में सौंपने का आदेश दिया है।
मृतक की बहन कुसुम मिंज का कहना है कि, राहुल की हत्या उनकी बेशकीमती भूमि पर कब्जा करने की नियत से भू माफियाओं द्वारा स्थानीय लोगों के सहयोग से की गई है। बता दें कि राहुल अपने घर का एकलौता लड़का था। जिसे रास्ते से हटाकर भू माफिया उसकी सम्पत्तियों पर कब्जा करना चाह रहे थे। हालांकि अब जब पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट आएगी तभी यह साफ़ हो पाएगा कि राहुल की मौत अत्यधिक शराब के सेवन के चलते हुई थी या फिर यह एक सुनियोजित हत्या थी।
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