पानी जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे सही तरीके से पीना आवश्यक है। पानी न केवल प्यास बुझाता है, बल्कि यह शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल भी प्रदान करता है। यह त्वचा, आंखों, बालों और शरीर के सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए विशेषज्ञ रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह देते हैं।
एक स्वस्थ वयस्क शरीर में लगभग 65 प्रतिशत पानी होता है, लेकिन यह मात्रा उम्र, लिंग, ऊँचाई, वजन और शारीरिक गतिविधि के अनुसार भिन्न हो सकती है। सभी अंगों और ऊतकों को स्वस्थ रखने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए, सही तरीके से पानी पीने के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना चाहिए।
खाना खाने के बाद तुरंत पानी पीना:
खाना खाने के बाद तुरंत पानी पीने से पाचन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे अपच और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी ठीक से नहीं मिल पाते हैं।
खड़े होकर पानी पीना:
बड़े-बुजुर्ग अक्सर कहते हैं कि खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए, और यह सही भी है। खड़े होकर पानी पीने से पाचन पर बुरा असर पड़ता है और नसों में तनाव आता है, जो जोड़ो में दर्द और किडनी तथा फेफड़ों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसलिए पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए।
एक साथ ढेर सारा पानी पीना:
पानी की अधिकता से भी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कई लोग एक ही बार में बहुत सारा पानी पी लेते हैं, जो कि सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। पानी को गिलास में घूंट-घूंट करके पीना अधिक लाभकारी रहता है।
अधिक पानी पीना: सामान्यतः
रोजाना तीन से चार लीटर पानी पीना पर्याप्त होता है, लेकिन अधिक पानी पीने से शरीर में पानी जमा हो सकता है और किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। इससे सिरदर्द, मितली, उल्टी, अंगों में सूजन और भ्रम जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इन बुनियादी बातों का ध्यान रखते हुए, पानी का सेवन सेहतमंद और प्रभावी हो सकता है।
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