स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी के कारण खतरे का सामना करने वाली देश की अर्थव्यवस्था में अब मजबूत रुख नजर आ रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि अगले वित्त वर्ष तक यह तेजी के मार्ग पर लौट आएगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में बुनियादी बदलाव होगा तथा अब यह ज्यादा परिपक्व अर्थव्यवस्था बनेगी, क्योंकि आर्थिक यूनिट अब लागत को सीमित रखना सीख रही हैं।
बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की वार्षिक आम सभा को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए खारा ने कहा, ''अर्थव्यवस्था के अप्रैल 2021 से आरम्भ होने वाले वित्त वर्ष में फिर से पटरी पर लौटने की आशा है। आर्थिक यूनिट के स्वरूप में परिवर्तन एक सामान्य बात होगी तथा इनमें से कुछ बदलाव स्थायी होंगे।'' खारा ने कहा कि गिरावट के दौर से बाहर आने के लिए इंडियन इकोनॉमी में 'लचीला' रुख देखने को मिला है। चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही के आखिर तक कुछ सकारात्मक संकेत दिखने लगे हैं। उनके अनुसार, कंपनियां क्षमता का औसतन 69 फीसद तक उपयोग कर रही हैं, जबकि कॉरपोरेट की तरफ से इन्वेस्टमेंट डिमांड बढ़ने में अभी कुछ समय लगेगा।
उन्होंने कहा कि नकदी से परिपूर्ण सार्वजनिक निगमों की पूंजीगत व्यय योजना से इन्वेस्टमेंट डिमांड बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट लोन लेने को लेकर बहुत सचेत हो गया है तथा अपने आंतरिक संसाधनों का इस्तेमाल कर रहा है। एसबीआई के चेयरमैन के अनुसार, इकोनॉमिक्स के प्रमुख क्षेत्र जैसे कि सीमेंट तथा इस्पात अप्रैल 2020 के पश्चात् से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं यात्रा, पर्यटन तथा आतिथ्य क्षेत्र पर कोरोना का सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है।
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