गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानकारी दी है कि राज्य पुलिस ने छह बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़कर वापस उनके देश भेज दिया है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री ने बताया कि इन लोगों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास पकड़ा गया था। उनकी पहचान और दस्तावेजों की जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि वे बांग्लादेश के निवासी हैं। इसके बाद पुलिस ने इन्हें पड़ोसी देश के अधिकारियों को सौंप दिया।
पकड़े गए लोगों की पहचान मोहम्मद दीदारुल इस्लाम, संतू खान, इस्माइल हुसैन राहत, साकिब हुसैन, शांति अख्तर और मीम शेख के रूप में हुई है। हालांकि, इन्हें किस सीमा क्षेत्र से पकड़ा गया था, इसकी जानकारी साझा नहीं की गई। पिछले कुछ समय में बांग्लादेश से घुसपैठ की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, जिसके चलते असम पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमावर्ती इलाकों की निगरानी कड़ी कर दी है। बांग्लादेश में हाल के महीनों में बढ़ती हिंसा और अशांति के कारण सीमाई क्षेत्रों में घुसपैठ के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। खासतौर पर हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की खबरों के बाद सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। बीएसएफ ने उत्तर-पूर्वी भारत और बांग्लादेश के बीच 1,885 किलोमीटर लंबी सीमा पर गश्त बढ़ा दी है।
असम सरकार के अनुसार, इस साल अगस्त के बाद से अब तक 167 लोगों को सीमा पार करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया और उन्हें वापस भेज दिया गया। इन घुसपैठियों में महिलाओं की भी भूमिका देखी गई है। सरकार का कहना है कि घुसपैठ रोकने के लिए सेना और पुलिस के साथ मिलकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। यह घटनाएं राज्य में सुरक्षा की गंभीरता को रेखांकित करती हैं। सीमा पर बढ़ी चौकसी और लगातार निगरानी के बावजूद, घुसपैठ की समस्या अभी भी चुनौती बनी हुई है। सरकार ने इस दिशा में कदम उठाने और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है।