मानसून बीत चुका है और पूरे देश में अब हल्की ठंड की शुरुआत हो गई है। ऐसे में एक चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी भी जारी कर दिया है। उत्तर हिंद महासागर में पहला चक्रवाती तूफान सितरंग के मंगलवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान की माने तो, दिवाली के दिन भी कई राज्यों में वर्षा के आसार बनते हुए दिखाई दे रहे है। जिसके साथ साथ ओडिशा पर चक्रवाती तूफान का भी खतरा और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है।
इस पूर्वानुमान के मद्देनजर बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के अलर्ट को देखते हुए NDRF के जवान तैनात भी किए जा चुके है। पश्चिम बंगाल में कई संवेदनशील स्थानों पर 2 बीएन NDRF के कुल 14 बचाव दल भी तैनात किए जा चुके है, इनमे प्रशिक्षित और समर्पित लोग मौजूद हैं और ये सभी लोग नवीनतम आपदा प्रतिक्रिया उपकरणों से भर हुआ है।
NDRF की मुस्तैदी: पश्चिम बंगाल के 7 जिलों में 14 टीमों को तैनात भी कर दिया गया है। यानी 2 टीमें उत्तर 24 परगना जिला, 1 हुगली, 1-पश्चिम मेदिनीपुर, 3-पूर्व मेदिनीपुर, 2-कोलकाता, 4-दक्षिण 24 परगना जिला और 1 टीम नादिया में तैनात हो चुके है। अब तक एनडीआरएफ की टीमें नागरिक प्रशासन के तालमेस से कई संभावित स्थानों पर जागरूकता अभियान को चला रहे है। हरिंघाटा में एक 24X7, 2 बीएन एनडीआरएफ कंट्रोल रूम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और अन्य एजेंसियों के संपर्क में बने हुए है।
इन हिस्सों पर पड़ेगा प्रभाव: IMD कोलकाता के उप निदेशक संजीब बनर्जी न बोला है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर की प्रणाली जिसके तेज होने की उम्मीद है, क्योंकि चक्रवात सितरंग के बांग्लादेश की ओर बढ़ने का अनुमान है और यह तटीय क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के सुंदरबन डेल्टा के कुछ भागों में भी प्रभाव डाल सकता है।
कल बंद रहेगा शेयर बाजार, फिर भी 1 घंटे होगी ट्रेडिंग
रामनाथ कोविंद ने बेचा अपना घर, गदगद हुए डॉक्टर दंपति
'जनता का अपमान मत कीजिए', 'रेवड़ी' वाले PM मोदी के बयान पर बोले केजरीवाल