पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सारण एवं सिवान में जहरीली शराब से हुई मौतों के पश्चात् पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी। इसके चलते, पप्पू यादव ने कहा कि जो लोग नफरत फैला रहे हैं तथा जाति को गाली दे रहे हैं, उनसे मेरा आग्रह है कि त्रिशूल और जाति को गाली देना बंद करें। यह बिहार है, जो सबको सिखा देता है। मैं वादा करता हूं कि जब मैं सत्ता में आऊंगा, जाति को गाली देने वालों को राजनीति करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, तथा उन्हें कभी भी टिकट नहीं दिया जाएगा। हम एक कानून लाएंगे जिससे कोई भी दल ऐसे लोगों को टिकट न दे सके।
पप्पू यादव ने जहरीली शराब से हुई मौतों की घटना को बेहद दुखद बताया तथा कहा कि यह सिर्फ मौत नहीं, बल्कि हत्या है। उन्होंने मांग की कि इस हत्या में सम्मिलित लोगों के खिलाफ केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना की तर्ज पर कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भी ऐसी घटनाओं में केस कमजोर कर दिए गए हैं। पिछले मामलों में न तो थाने पर कार्रवाई हुई, न किसी पदाधिकारी के खिलाफ, न ही एक्साइज विभाग के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई। उन्होंने सरकार से मांग की कि शराब बेचने तथा बनाने वालों को आजीवन कारावास की सजा दी जाए तथा उन्हें जमानत न मिले। इसके साथ ही, इस तरह की घटनाओं से जुड़े जिम्मेदार पदाधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाना चाहिए।
पप्पू यादव ने एक नेता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोग मरते रहते हैं। मैं उस नेता से पूछना चाहता हूं कि जब बिहार में शराब पीना चालू था, तब ऐसा नहीं हो रहा था? जहरीली शराब पर कब बैन लगेगा? उन्होंने कहा कि लोग जहरीली शराब पीकर मरे हैं, इसलिए नेताओं को बात करने के बजाय लोगों की सहायता करनी चाहिए। उन्होंने वादा किया कि जब वे सत्ता में आएंगे, तो एक छटांक भी जहरीली शराब नहीं बनने देंगे। जिस इलाके में ऐसी घटनाएं होंगी, वहां के अफसरों को एक्साइज के अफसरों के साथ 48 घंटे के भीतर बर्खास्त किया जाएगा। सांसद ने यह भी कहा कि बाढ़ में उन्हें ही 10 लाख लोगों को खाना देना पड़ा, जबकि कोई और दिखाई नहीं दिया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि शराब पर टैक्स सबसे ज्यादा बढ़ा दिया जाए।
पप्पू यादव ने बिहार के डिप्टी सीएम एवं बीजेपी नेता विजय सिंहा से सवाल किया कि क्या आप अपने दिल पर हाथ रखकर कह सकते हैं कि 1-2 प्रतिशत नेता छोड़कर 98 प्रतिशत नेता देश-विदेश जाते हैं और शराब नहीं पीते, जबकि सभी ने कसम खाई थी? विजय बाबू, राजनीति मत कीजिए; सभी को 4-4 लाख रुपये दीजिए। अगर सरकार नहीं दे सकती, तो आप खुद अपनी जेब से दीजिए। उन्होंने इस मामले को सदन में उठाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि जब चुनाव में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था होती है, तो इस समय लोगों की मदद करने के लिए हेलीकॉप्टर क्यों नहीं मिलता? चुनाव लड़ने के लिए करोड़ों रुपये होते हैं, लेकिन गरीबों की मदद करने के लिए जेब में पैसा क्यों नहीं होता?
भाजपा-142, शिवसेना-66 और पवार गुट को 52 सीट..! महाराष्ट्र में महायुति का फार्मूला तय
22 अक्टूबर से पूरे बंगाल के डॉक्टर्स की हड़ताल..! टेंशन में ममता सरकार
'यूक्रेन-इजराइल में चल रहे युद्ध से MP में खाद संकट', कृषि मंत्री का बड़ा बयान