जबलपुर/ब्यूरो। जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर का अनोखा कारनामा सामने आया है। डॉक्टर इलाज कराने आए युवक के पैर में ही गोली छोड़ दी। 8 दिन बाद दर्द होने पर जब युवक ने पैर का एक्सरे कराया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। पीड़ित युवक ने इसकी शिकायत जबलपुर कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी से की। इसके बाद कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल युवक को करीब 15 दिन पहले हुए बेलखेड़ा गोलीकांड में देर रात गोली मारी गई थी। इसके बाद युवक को मुआवजे के लिए मेडिकल रेफर किया गया था। घायल रंजीत पटेल के मुताबिक बिना एक्सरे के प्राथमिक इलाज के बाद 2 घंटे में डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं जब घायल युवक रंजीत को डिस्चार्ज करने के बाद बेहद दर्द महसूस हुआ।
अपने अजीबोगरीब कारनामों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाला जबलपुर का नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से चर्चा में है। वजह एक डॉक्टर की भारी लापरवाही। पैर में गोली लगने के कारण मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने आए युवक को मलमपट्टी करके महेश 2 घंटे में डिस्चार्ज कर दिया और युवक के पैर में लगी गोली पैर के अंदर ही छोड़ दी।
जिला नरसिंहपुर के रहने वाले युवक को 8 दिन बाद जब पैर में दर्द होने के कारण उसने नरसिंहपुर स्थित एक निजी अस्पताल में अपने पैर का एक्स-रे कराया तो युवक के पैर में गोली फंसी हुई मिली। जब युवक इसकी शिकायत लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचा। इसपर डॉक्टरों से कहा कि गोली फंसने से कोई दिक्कत तो नहीं होगा। डॉक्टर ने कहा कि दवाइयों से आराम लग जाएगा। बुलेट लगने से कोई दिक्कत नहीं होती है। बहुत लोगों को बुलेट लगती है। आपको क्या लगता है। निकालना भी नहीं चाहिए। फालतू में क्यों ऑपरेशन कराना। इसके बाद घायल युवक रंजीत पटेल ने अस्पताल प्रबंधन की शिकायत कलेक्टर से की है। कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए हैं।
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