लखनऊ: उत्तरप्रदेश में किस रफ़्तार से एनकाउंटर हुए है या हो रहे है ये सर्वविदित है. अपराधियों में इसका इतना भय है कि अब वें सोच रहे है कि पुलिस की गोली खाने से अच्छा है सरेंडर करके जेल की रोटी खाई जाये. आज से 11 साल पहले सूबे में योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से बीजेपी के सांसद रहते हुए खुद के लिए अपराधियों के खिलाफ संरक्षण माँगा था, मगर अब आलम यह है कि सूबे के मुखिया बनते ही अपराधी अब उनसे और उनकी पुलिस से संरक्षण मांगते फिर रहे है.
योगी ने फ़िल्मी अंदाज में काम करते हुए न एफआईआऱ, ना गिरफ्तारी, सीधे गोलीबारी का फंडा अपनाया है. उत्तरप्रदेश अपराधियों से परेशान हो चूका था आये दिन बढ़ते अपराधों से आम जनता और प्रशासन तंग आ गया और इस के चलते योगो ने आदेश दिया , आदेश क्या दिया अपराधो का मृत्यु प्रमाणपत्र ही जारी कर दिया तभी तो यूपी पुलिस ने महज 11 महीने और साढ़े बारह सौ एनकाउंटर कर दिए. डर के मारे या तो अपराधी यूपी छोड़ गए या सरेंडर कर गए.
हाल ही में सूबे की पुलिस का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमे पुलिस के सामने अपराधी अपराध न करने कि कसम खा रहे है और साथ ही अपराध के खिलाफ पुलिस का साथ देने का वादा भी कर रहे है. पुलिस के अनुसार इस कदर बढ़ते अपराधों पर काबू पाने का यही एक उपाय था. हालांकि इस सब के बाद भी यूपी में अपराधों में कुछ खास कमी दर्ज नहीं की गई है.
पुलिस ने जब अपराधियों को खिलाई ये कसम तो वीडियो हुआ वायरल
पूर्व विधायक हथियार सहित पकड़ा गया
योगी ने कहा, हमने दिखाया की कार्य कैसे होता है