बैंगलोर: चुनाव के वक्त मुफ्त सेवाओं के वादे करने में राजनेताओं को केवल मंच से उद्घोषणा करनी होती है, कई बार इन वादों से सत्ता मिल भी जाती है, लेकिन जब उन्हें पूरा करने का वक़्त आता है, तब एक एक करके मुश्किलें सामने आने लगती हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण फ़िलहाल कर्नाटक में देखा जा रहा है, जहाँ कांग्रेस ने 5 चुनावी गारंटियों के जरिए सत्ता प्राप्त की थी। लेकिन गारंटियों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार के पास पैसा ही नहीं बचा। इसके लिए SC/ST फंड से 14000 करोड़ निकाले गए, पेट्रोल-डीज़ल 3 रूपए महंगा किया गया, बिजली और दूध के दाम बढ़ाए गए, इंजीनियरिंग की पढ़ाई की फीस 10 फीसद बढ़ा दी गई। हालाँकि, फिर भी गारंटियों के बाद विकास के लिए पैसा नहीं बचा, विधायक जब अपने क्षेत्र में विकास के लिए पैसे मांगने लगे, तो उन्हें खज़ाना खाली मिला। कुछ यूनिट फ्री बिजली के वादे का साइड इफ़ेक्ट ये हुआ कि, बिजली सरप्लस वाले राज्य में कटौतियां होने लगीं और बेल्लारी में जीन्स का बड़ा उद्योग ठप्प होने लगा, लोग महाराष्ट्र-गोवा जैसे पड़ोसी राज्यों में जाने लगे।
From 'We'll make Ballari the jeans capital' during elections to 'Power cuts hit Ballari's jeans industry hard' after elections. The mercy of the government in full display! #ElectoralPromises pic.twitter.com/5w0u6zTj4P
— Priyal Bhardwaj (@Ipriyalbhardwaj) October 25, 2023
अब कांग्रेस के फ्री बस यात्रा का वादा भी दम तोड़ने लगा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में महिलाओं को फ्री बस सेवा देने के चलते कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (KSRTC) 295 करोड़ रुपए के घाटे में चला गया है और अब KSRTC ने बस के किराए को 15-20 फीसदी बढ़ाने की माँग कर दी है। अब इस बढ़े हुए किराए का असर किस पर होगा, ये खुद जनता को ही सोचना है। रिपोर्ट के अनुसार, KSRTC ने बस के किराए में वृद्धि करने की मांग राज्य सरकार को भेजी है। KRCTC के प्रमुख और कांग्रेस MLA एस आर श्रीनिवास ने जानकारी दी है कि, 'परसों बोर्ड मीटिंग हुई थी और उसमें हमने बस किराया बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को दी है।”
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— Zoya Farhah (@Zoyafoxy) July 14, 2024
कर्नाटक में कांग्रेस बस किराया 20% तक बढ़ा सकती है। महंगाई बढ़ेगी और बेंगलुरु और भी महंगा शहर बन जाएगा।
KSRTC ने शक्ति योजना के कार्यान्वयन के बाद पिछले 3 महीनों में 295 करोड़ रुपये के नुकसान की सूचना दी, जो महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा प्रदान करती है। pic.twitter.com/Wf6QWmEaN4
कांग्रेस विधायक ने आगे बताया कि बस एक आवश्यक सेवा है, यदि एक ड्राइवर नहीं आता है तो गाँव को उस दिन बस सेवा नहीं मिल पाएगी। और यदि ऐसा हुआ, तो लोग हमें नहीं छोड़ेंगे। अब शक्ति योजना चलाने के कारण हमें पिछले 3 महीनों में 295 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यही कारण है हम किराए में 15-20 फीसद वृद्धि की माँग कर रहे हैं। हमें देखना होगा कि मुख्यमंत्री कितना किराए बढ़ाने की अनुमति देते हैं। यदि उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी तो संगठन नहीं बच पाएगा।”
वहीं इस मामले में NWKSRT या उत्तर पश्चिमी कर्नाटक सड़क परिवहन निगम के प्रमुख और कांग्रेस विधायक राजू कागे ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने वाली शक्ति योजना के कारण KRCTC को घाटा हो रहा है। उन्होने कहा कि, “हमें अब बस किराए में इजाफा करना होगा। चाहे डीजल हो, पेट्रोल हो, तेल हो या टायर, हर चीज़ के दाम बढ़े हैं, इसलिए हम इस बारे में सोच रहे हैं।”
बता दें कि, शक्ति योजना कांग्रेस के 5 चुनावी वादों में से एक थी, जिसके कारण KRCTC पर बोझ बढ़ गया, खज़ाना खाली हुआ सो अलग। इस साल जब कर्नाटक में सूखा पड़ा, तो कांग्रेस सरकार के पास पैसा ही नहीं था, केंद्र ने उसे 3500 करोड़ दिए। अब राज्य सरकार ने एक अमेरिकी फर्म को काम पर रखा है, जिसे वो 9.5 करोड़ का भुगतान कर रही ये बताने के लिए कि कमाई कैसे बढ़ाई जाए ? हालाँकि, राज्य में आर्थिक संकट बना हुआ है और उसने केंद्र से स्पेशल पैकेज माँगा है।