लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के ढकिया तिवारी गांव में एक खेत में जुताई के दौरान एक किसान ने जमीन के नीचे किसी लोहे की वस्तु से टकराने पर खुदाई की। जब वहां खोदाई की गई, तो जो चीजें बाहर निकलीं, उन्हें देखकर लोग चौंक गए। जमीन से प्राचीनकाल के हथियार निकले, जिसमें तलवार, बंदूक, खंजर, भाला, बरछी और कृपाण जैसी वस्तुएं शामिल थीं। इन हथियारों को देखकर तत्काल पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी गई।
गांव के एक किसान बाबू ने बताया कि वह बुधवार सुबह खेत की जुताई कर रहे थे, तभी हल किसी ठोस चीज से टकरा गया। खोदने पर उन्हें मुगलकालीन हथियार मिले, जिनकी मूठ चांदी की थी और तांबे का सिरा था। यह देख बाबू ने गांव के पूर्व प्रधान को सूचना दी और फिर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने राजस्व और पुरातत्व विभाग को सूचित किया और इलाके के कानूनगो और लेखपाल भी मौके पर पहुंचे। गांव में आए स्थानीय लोगों और तिलहर विधायक सलोना कुशवाहा ने भी इस घटना को देखा। खेत स्वामी बाबू ने बताया कि यह क्षेत्र कभी निगोहगढ़ पट्टम का हिस्सा था, और यहां रूहेला सरदार का शासन था, जो मुगलों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे।
यह क्षेत्र पहले चौहान परिवार के बाग का हिस्सा था, जिसे बाबू पाल ने 15-20 साल पहले खरीदा था। कुछ महीनों पहले इस खेत की मिट्टी निकाली गई थी, और अब जब जुताई की गई, तो प्राचीन हथियार मिले। इससे पहले भी निगोही और अंडखेड़ा गांवों में इस तरह के प्राचीन हथियार मिले थे, जिनकी जांच पुरातत्व विभाग ने की थी। ढकिया तिवारी गांव से मिली वस्तुओं में 21 तलवारें, 13 बंदूकें और अन्य हथियार थे, जो लगभग 2 से 3 फीट लंबे थे।
यह घटना पहले सिंधौली के बाजपुर में भी घटित हो चुकी है, जहां त्रिशूल और तीर जैसे प्राचीन हथियार मिले थे, जिनकी खुदाई लखनऊ और दिल्ली की टीमों ने की थी।
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