इंदौर। शहर के बीएम कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड फार्मेसी के छात्र ने रची दिल दहलाने वाली साजिश आरोपी छात्र ने सोमवार को 700 रुपये का पेट्रोल गाड़ी में भरवाया और कालेज पहुंच गया। आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव कॉलेज जाते वक्त तेजाजी नगर से एक बाल्टी खरीदी जिससे प्राचार्य जिन्दा न बच पाए ।
प्राचार्य विमुक्ता को जिंदा जलाने वाले आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव ने पुलिस को बयान में बताया की।" आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव प्राचार्य विमुक्ता शर्मा को जलाने के बाद खुद भी आत्मदाह करना चाहता था, ताकि लोगो को लगे कि छात्र ने परेशान होकर ऐसा कदम उठाया है। वह कई दिनों से प्राचार्य को मरने की साजिश कर रहा था। प्राचार्य विमुक्ता का चोइथराम अस्पताल में ही इलाज चल रहा है। । बीएम कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड फार्मेसी की प्राचार्य विमुक्ता की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया की मंगलवार को जब वह आशुतोष का बयान लेने गए तो काफी देर तक आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव गुमराह करता रहा। पहले कहा कि वह तो खुद आत्मदाह कर प्राचार्य और प्रोफेसर विजय पटेल को फंसाना चाहता था। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो आरोपी छात्र ने बताया की उसने ठान लिया था की कि प्राचार्य को जिंदा नहीं छोड़ना है। कालेज पहुंचने के पहले उसने 700 रुपये का पेट्रोल भरवाया। तेजाजी नगर से 400 रुपये की बाल्टी भी खरीद ली। करीब तीन बजे कालेज पहुंच गया कुछ देर बाद जब प्राचार्य कार में बैठी, आशुतोष ने बाल्टी का पेट्रोल डाल दिया और लायटर से आग लगा दी।