उज्जैन। कल 26 जनवरी को बसंती पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। शहर में पानदरिबा क्षेत्र में स्थित वागदेवी के छोटे से मंदिर में बसंत पंचमी पर बच्चों और स्कूल के विद्यार्थियों की भीड़ लगती है। इस बसंत पंचमी के पर्व पर माँ सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में विद्यार्थी स्याही और पीले बसंती पुष्प अर्पित करते है। माना जाता है कि, इससे माँ सरस्वती प्रसन्न होकर विद्यार्थियों को विद्या और बुद्धि प्रदान करती है।
बसंत पंचमी पर माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। मंदिर के पंडित ने बताया कि, ज्योतिष शास्त्र में योग का बड़ा महत्व माना गया है। इस बार बसंत पंचमी शिव योग में आ रही है। शिव योग में भगवान शिव का सम्बन्ध बताया गया है। यह भी माना गया है कि, इस युग में चिरकाल तक अपने कार्य की सिद्धि और बुद्धि की प्रगति के लिए पूजन किया जाता है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि, बसंत पंचमी के दिन रती और कामदेव को प्रसन्न करने के लिए पूजन किया जाता है। यह पूजा करने से पति पत्नी के बीच प्रेम संबंध में वैचारिक भिन्नता आती है, मान्यता यह भी है कि, विद्यार्थियों को प्रातः काल माँ सरस्वती का पूजन करना चाहिए, ऐसा करने से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है और वाणी में सदैव माँ सरस्वती वास करती है।
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