राजस्थान : आज देश में अपराध बढ़ते जा रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार निशाने पर है. इसी कड़ी में एक बार फिर राजस्थान के धौलपुर से एक खबर सामने आई है जिसमे राजाखेड़ा बायपास रोड पर एक युवती को जिन्दा हालत में बोरी में बंद कर फेंक दिया गया. जब बोरे में हलचल हुई तब वहां से गुजर रहे लोगों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को इस बात की इत्तिला की. पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को बोरे से बाहन निकला गया फिर उसे थाने ले जाय गया.
वहीँ पीड़िता की पहचान आशा लीलाधर निवासी वार्ड नंबर 20 हुई. इसके बाद पुलिस ने पूछताछ की और उसके बाद जानकारी मिली कि, हरीबाबू पुत्र धर्मा उसके साथ पूर्व में एक घटना को अंजाम दे चुका है, जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसी के चलते हरीबाबू और उसके परिवार वाले युवती पर केस वापस लेने का दबाब बनाते रहते हैं और कई बार उसे जान से मारने की धमकी भी दे चुके हैं.
वहीँ पीड़िता ने बताया कि - 'शुक्रवार सुबह चार बजे मैं अपने घर में सो रही थी. इतने में ही सूरज और सुशील पुत्र धर्मा जाति जाटव निवासी वार्ड नंबर 19 राजाखेड़ा चुपके से घर में घुस आए और मेरा मुंह बंद कर सिर में डंडा मारा, जिससे मैं चोटिल हो गई और मुझे बोरी में बंद कर राजाखेड़ा बाईपास के पास मारने की नीयत से फेंक दिया.'
वहीँ इस मामले की तहकीकात कर रहे पुलिस उप-अधीक्षक बचन सिंह का कहना है कि, "सूचना मिली कि नाले के पास एक युवती को बांध कर कुछ लोग बोरे में पटक गए. यह युवती के घर से करीब 500 मीटर दूरी की बात है.' पुलिस ने मौके पर पहुंच युवती को बोरे से निकाल कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. और मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीँ युवती की माँ ने बताया कि - उसे पता नहीं कि बेटी कितने बजे गायब हुई थी, क्योंकि सभी लोग सो रहे थे. पुलिस की सूचना पर हम थाने पहुंचे.
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