जम्मू: नोटबंदी पर केंद्र सरकार बेशक विपक्ष के हमलों का सामना कर रही हो, लेकिन जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक खुलकर सरकार के समर्थन में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि उन्होने कहा नोटबंदी से पहले देश के पास हथियार खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे। बता दें कि कुछ लोग नोटबंदी पर हल्ला जरूर करते हैं, लेकिन नोटबंदी के बाद जो रुपया आया है, उससे सेनाओं को आधुनिक बनाया जा सकता है, लोगों का इलाज किया जा सकता है। वहीं बता दें कि आयुष्मान भारत जैसी योजना का शुरू होना नोटबंदी का ही असर है। यह बात राज्यपाल ने शनिवार को जम्मू के शिक्षक भवन में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ करते हुए कही।
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वहीं उन्होने कहा कि कुछ वर्ष पहले वह लंदन में थे तो वहां के सांसद स्वराज पाल से मिले। जब उन्होने भारत की बुनियादी जरूरतों के बारे में उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा। देश जब आजाद हुआ जब प्रति व्यक्ति जितना स्वास्थ्य पर खर्च होता था, अब उससे भी कम खर्च हो रहा था। इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में बजट का कुल छह प्रतिशत ही खर्च होता था। दस साल पहले तक भी ऐसा ही था। मगर नोटबंदी के बाद बजट का आकार बढ़ा। अब इन पर खर्च बढ़ा है।
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गौरतलब है कि देश में सरकार द्वारा कुछ न कुछ बदलाव लगातार ही किए जा रहे हैं। वहीं इन बदलाव का मूल उद्देश्य केवल जनता का हित ही है। इसके साथ ही राज्यपाल ने कहा कि आयुष्मान योजना वही शुरू कर सकता था, जिसने किसी गरीब का दर्द समझा हो। वहीं उन्होने कहा कि यह योजना मोदी जी ही शुरू कर सकते थे। वहीं राज्यपाल ने कहा कि उन्होने ऐसे कई घर देखे हैं जहां पर बीमारी के कारण लोगों के खेत, घर बिक चुके हैं। अस्पताल में उन्हें कहा जाता है कि दो, तीन या पांच लाख रुपये लाओ, तभी इलाज होगा। मगर यह ऐसी योजना है, जिसमें देश के दस करोड़ परिवारों के 50 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा, जम्मू में 31 लाख लोगों को लाभ होगा।
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