WWE में धूम मचाने वाले 7 फ़ीट एक इंच लंबे इकलौते भारतीय वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन द ग्रेट खली आज भारत की शान बन चुके हैं. खली आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म आज ही के दिन साल 1972 में दैरान में हुआ था. खली आज ऐसे ही महाबली नहीं बने है, बल्कि इसके पीछे लंबा संघर्ष रहा हैं. आइए जानते हैं आज उनके बारे में...
बचपन से था भीमकाय शरीर...
एक किसान परिवार में पैदा हुए खली बचपन से ही मजबूत कदकाठी के रहे हैं. सात भाई बहनों में से एक दिलीप सिंह राणा परिवार में सबसे अलग थे और इनका शरीर बचपन से ही भीमकाय रहा है. हालांकि घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने से दिलीप बचपन में पढ़ाई नहीं कर सके और उन्हें दूसरे भाइयों की तरह मेहनत मजदूरी ही करनी पड़ी.
भीड़ देख शरमा जाते थे खली...
खली का शरीर इतना बढ़ चुका था कि इसके लिए बाजार से जूते भी नहीं मिल पाते थे और खली गांव से दूर जाकर एक मोची से चप्पलें और जूते बनवाया करते थे. जब भी ये कई जाते तो उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती थी. हालांकि खली को यह अच्छा नहीं लगता था और इससे वे शरमा जाते थे.
जानिए कैसे पड़ा खली नाम ?
'डब्ल्यूडब्ल्यूई' के लोगों को उनका दलीप सिंह राणा नाम नहीं जमा. वे उनका नया नाम तलाशने लगे. किसी ने उन्हें 'जायंट सिंह' कहा तो किसी ने उन्हें 'भीम' नाम से भी पुकारा. मां काली के भक्त खली को कुछ लोगों द्वारा 'भगवान शिव' नाम रखने की सलाह भी दी गई, हालांकि भारतीयों की धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखते हुए उन्होंने इसे खारिज कर दिया. वहीं कुछ लोगों ने 'मां काली' का नाम सुझाया और उनकी विनाशकारी शक्तियों के बारे में भी बताया और सबको यह नाम बेहद पसंद आया, हालांकि इसके बावजूद विदेशियों ने उनका नाम 'खली' रख दिया और वे आगे चलकर 'द ग्रेट खली' के नाम से पूरी दुनिया में प्रसिद्द हो गए.
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