मलयालम, हिंदी और तमिल फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री मालविका मोहनन ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री के कुछ वास्तविकताओं पर अपनी राय साझा की है। मॉडल रह चुकीं मालविका ने अपने एक इंटरव्यू के चलते इंडस्ट्री में महिलाओं की स्थिति और फिल्म की सफलता के पैमानों पर प्रकाश डाला। मालविका ने कहा कि जब कोई फिल्म सफल होती है, तो मेकर्स आमतौर पर इसका श्रेय हीरो को देते हैं। उनका यह मानना है कि सफलता का सारा क्रेडिट हीरो को दे दिया जाता है, जबकि हीरोइन की मेहनत और भूमिका की उपेक्षा की जाती है। उन्होंने कहा, "हर बार जब कोई फिल्म हिट होती है, तो सुनने को मिलता है कि हीरो की वजह से ही फिल्म सफल हुई।"
इसके विपरीत, जब फिल्में फ्लॉप होती हैं, तो सारा दोष हीरोइन पर डाल दिया जाता है। मालविका ने कहा, "अगर कोई फिल्म सफल नहीं होती, तो मेकर्स यह कहते हैं कि हीरोइन ही सही नहीं थी।" उन्होंने इस विषय पर चिंता व्यक्त की कि यह नकारात्मकता कलाकारों के लिए किस तरह की चुनौतियाँ पैदा करती है। वह मानती हैं कि ऐसा आचरण फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के प्रति एक पूर्वाग्रह को दर्शाता है, जो उन्हें न्याय नहीं मिल पाने की स्थिति में डालता है।
मालविका ने सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ फिल्म युध्रा में काम किया, जिसमें उनके बीच कई इंटीमेट और बोल्ड सीन्स भी थे। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित सफलता हासिल नहीं कर पाई। इस असफलता के कारण मेकर्स को अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला, और संभवतः यही वजह है कि मालविका का गुस्सा फूटा है। मालविका के अनुसार, फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति ऐसे पूर्वाग्रह को समाप्त करने की आवश्यकता है। वह चाहती हैं कि इंडस्ट्री में सभी कलाकारों को उनकी मेहनत और योगदान के लिए सही मान्यता मिले। इस स्थिति पर उन्होंने चुप रहने के बजाय अपनी आवाज उठाने का निर्णय लिया है।
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