इंदौर/ब्यूरो। शहर में होळकरकालीन गणेश उत्सव की परम्परा अनुसार शाही गणेश प्रतिमा का विसर्जन गणेश चतुर्थी के पांचवे दिन रविवार को छत्रीबाग स्थित हरिराव होळकर छत्री बावड़ी में किया गया। शहर और आसपास के किसी भी नदी, कुए और बावड़ी में प्रतिमा विसर्जन की मनाही है इसलिए वहां बड़े तपेले में माटी के गणेशजी का विसर्जन किया गया।
जहां शहरभर में दस दिनी के लिए भगवान गणेश को विराजित किया जाता है, वहीं होलकरबाड़े में पांच दिनी आयोजन की परंपरा है। गणेश स्थापना कर राज परिवार के सदस्यों द्वारा पूजन किया जाता है।
शाही परिवार के गणेश विराजित करने की परंपरा 170 साल से चली आ रही है। इसकी शुरुआत तुकोजीराव द्वितीय और उनके भाई सर काशीराव होलकर ने की थी। परंपरानुसार पांच दिन के लिए गणेश स्थापना होती है। आज माटी और पंचगव्य से बनी प्रतिमा का विसर्जन किया गया। नदी, कुए और बावड़ी में प्रतिमा विसर्जन वर्जित होने से बड़े तपेले में माटी के गणेशजी का विसर्जन किया गया।
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