जबलपुर/ब्यूरो: आपको बता दे की कुछ दिन पहले जबलपुर के ग्राम बनखेड़ी में तेंदुए के घायल होने की सुचना मिली थी जिसके बाद शनिवार को जबलपुर जिले के मझौली इंदिराना क्षेत्र के ग्राम बनखेड़ी में शनिवार को मिले घायल तेंदुए की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। चिकित्सको ने बताया की 5 से 6 माह का शावक केनाइन डिस्टेंपर नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित था।
वही वन्य प्राणी विशेषज्ञों ने चेताया है कि इस बीमारी का संक्रमण जिले के अन्य पालतू पशुओं में भी हो सकता है। बीमारी का संक्रमण अन्य पालतू पशुओं में न फैले इसके लिए लक्षण पाकर तत्काल उनका समुचित उपचार कराने अपील भी की है।परीक्षण के दौरान पाया गया कि शावक स्ट्रेस और एग्रेशन में है। तथा एक्सरे और परीक्षण के दौरान उसके शरीर के सभी अंग का मुआयना भी किया गया था। जहां शावक के ऊपरी जबड़े का कॉर्निसल दांत टूटा था और उसकी जीभ भी कटी पाई गई थी। जिसका उपचार किया जा रहा था।जबलपुर के सिहोरा वनक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम वनखेड़ी इंद्राना गांव में सड़क के किनारे खेत में तेंदुए के शावक को शनिवार को देखा गया था। जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा दी गई थी।
तेंदुए के शावक की उम्र करीब 6 माह थी। जिसे शनिवार को सुबह 6 बजे ग्रामीणों के द्वारा शावक को भगाने का प्रयास किया गया था। जिससे डर के कारण शावक खेत में छिप गया था। जिसके बाद इंद्राना रेंज के करीब 6 रेंजर अपने वनरक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे और तेंदुए के शावक को सूती साड़ी उड़ाकर पकड़ा था। साथ ही पिछले पैर को बांधकर रेस्क्यू स्क्वाड को सूचना दी थी। जिसके बाद शावक काफी डर गया था। और उसके मुंह से खून निकल रहा था। जिसे प्राथमिक उपचार की आवश्यकता होने लगभग 9:30 बजे स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ कॉलेज लाया गया। जहां शावक का परीक्षण किया गया था।
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