इंदौर: नर्मदा नदी के मुहाने पर पुनासा डैम से 90 किमी पहले तक जो बैक वाटर का स्वरूप है, उसे किटी नाम दिया गया है। जी दरअसल पानी के रास्ते यह पुनासा से 55 किमी दूर है और मुहाने पर है वन विभाग का गेस्ट हाउस। जी दरअसल इंदौर से सतवास और फिर पुनासा रोड पर जाएंगे तो करीब 136 किमी दूर किटी (स्थानीय गांव का नाम किट्टी) स्पॉट पड़ता है।
अब खबर मिली है कि वन विभाग इस खाली पड़े बैक वाटर में रोमांच की लहर पैदा करने की योजना बना रहा है, जो 2021 में मूर्त रूप लेगी। वैसे आप कभी गए होंगे तो आपको पता होगा कि किटी से हनुवंतिया तक सड़क मार्ग से जाने में तीन से चार घंटे लगते हैं। ऐसे में अब पानी के रास्ते यह सफर महज एक से डेढ़ घंटे में पूरा हो सकेगा।
जंगल में 5 किमी सफर - 90 km पहले तक बैक वाटर है। पुनासा डैम से 55 km दूर है। ऐसे में पुनासा से पानी के रास्ते यह स्थान जाने में 04 घंटे लगते हैं। अभी यहां जाने में सड़क से 4 गांव और 5 किमी जंगल के बाद नर्मदा का बैक वाटर आपका स्वागत करता है। वहीं अब खबर है कि किटी में भी बहुत बड़े पैमाने पर कैंपिंग, वाटर स्पोर्ट्स और अन्य एक्टिविटी शुरू करवाने जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक वन संरक्षक आरडी मिश्रा का कहना है हनुवंतिया की तर्ज पर ही किटी में भी बहुत बड़े पैमाने पर कैंपिंग, वाटर स्पोर्ट्स और अन्य एक्टिविटी शुरू कराने की योजना है। वहीं वन मंत्री विजय शाह भी इस रोमांचक स्थल को एक नए पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की बात कह चुके हैं।
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