‘द केरल स्टोरी’ चर्चा के साथ-साथ विवादों में अब भी बनी हुई है. ये मूवी आज रिलीज हो चुकी है. मूवी केरल में हुए महिलाओं के जबरन धर्मांतरण और धार्मिक कट्टरता पर आधारित है. यही इसके विवाद के कारण भी है. जिसमे दावा किया गया है कि केरल में लगभग 32,000 महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित किया गया और कई को ISIS शासित सीरिया ले गए. इस दावे को एक पक्ष चुनौती दे रहा है. इसे राजनीति से प्रेरित और प्रोपेगेंडा वाली फिल्म कही जा रही है.
जब इस बारें में सुदीप्तो से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 2014 में एक न्यूज आई कि 19 साल की एक लड़की एक ट्रैप में फंस जाती है और धर्म बदलकर उसका निकाह हो गया. हालांकि 15 दिन में वो समझ गई और वापस धर्म बदलकर वापस आई. उसके घर वाले उसे लेकर दूर चले जाते हैं. इस बीच उसके घर को जला दिया जाता है. इस घटना ने मुझे बहुत हर्ट किया.
मैंने इस घटना का फॉलो भी किया है. फिर मैंने सामने कुछ और केस आए, कुछ लड़कियों से मैं मिला. एक वर्ष के उपरांत कोच्चि में 6-7 लड़कियों से मिला. सुदीप्तो ने इस बारें में कहा है कि उन लड़कियों के साथ कैसा व्यवहार होता था. वहीं से कहानी शुरू हुई, 5 वर्ष इस पर काम किया. सबूत किए, डॉक्यूमेंट्री बनाई. इसे लेकर मैं विपुल जी के पास आया. मेरी कहानी सुनकर वो भावुक हुए. फिर से फिल्म बनाई गई.
32,000 के आंकड़े को लेकर फिल्म पर भी प्रश्न भी उठा रहे है, इसके जवाब में विपुल शाह ने इस बारें में बोला है कि हिंदू हेल्पलाइन करके संस्थान है. उन्होंने बयान जारी किया है सिर्फ 10 वर्ष में 14 हजार केस उनके पास आ चुके है. उन्होंने 8500 लड़कियों को समझाकर जाने से रोका है, 5500 लड़कियों को नहीं रोक सके. ये उनका दावा है. एक और संस्था का जिक्र कर उन्होंने कहा है कि उस संस्था ने 6000 लड़कियों को 10 वर्ष में रेस्क्यू किया है. कोर्ट की पाबंदी की वजह से हम अधिक नहीं बता सकते.
आखिर कैसे हुई थी नौशाद अली की मौत
अपने भक्ति भरे गानों से हर किसी का दिल जीत लेते थे गुलशन कुमार
प्रेग्नेंसी के एलान के बाद इलियाना ने पहली बार फ्लॉन्ट किया बेबी बंप