हैदराबाद: तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बुधवार, 4 दिसंबर 2024 को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई, तथा यह भूकंप कुछ सेकंडों तक महसूस किया गया। इसके साथ ही महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी हल्के झटके महसूस हुए। प्रातः लगभग 7:20 से 7:26 बजे के बीच यह भूकंप आया, जब लोग अपने घरों और कार्यस्थलों पर थे।
हैदराबाद, हनुमाकोंडा, वारंगल, खम्मम, रंगारेड्डी, भद्राद्रि कोठागुडेम, जग्गैयापेट, मनुगुरु, गोदावरी खानी, भूपालपल्ली, चारला, चिंताकानी, भद्राचलम, विजयवाड़ा, तिरुवुरु, मंगलागिरी, चेन्नूर, जयपुर मंडल, मंचिरयाला और गम्पलागुडेम जैसे शहरों और कस्बों में लोग भूकंप के झटके महसूस कर रहे थे। इन इलाकों में लोग अपने घरों एवं अपार्टमेंटों से बाहर आ गए। कुछ लोगों ने बताया कि झटके थोड़े तेज थे, और वे कुछ सेकंडों तक महसूस हुए।
नंदीगामा में धरती 7 सेकंड तक हिली, जबकि गुडीवाड़ा में 2 सेकंड तक हलके झटके महसूस हुए। इन स्थानों के लोग भी डरे हुए थे तथा घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का मुख्य केंद्र मुलुगु जिले के मेदाराम इलाके में था, जो तेलंगाना के मध्यभाग में स्थित है। यहाँ भूकंप की तीव्रता 5.3 रिक्टर स्केल पर मापी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोदावरी नदी के तल में अत्यधिक कंपन हो रहा था, जिसके कारण यह भूकंप आया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने अचानक धरती में कंपन महसूस किया, जिससे कई लोग घबराहट में गिर पड़े। कुर्सियों पर बैठे लोग भी झटके से गिर गए और भयभीत हो गए।
तेलंगाना में बीते 20 वर्षों में यह सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है। इससे पहले, तेलंगाना में इस प्रकार के भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए थे। यह एक दुर्लभ घटना मानी जा रही है, क्योंकि इस क्षेत्र में आमतौर पर भूकंप के झटके कम ही आते हैं। भूकंप के झटके महसूस होते ही कई लोग डरे हुए थे तथा उन्होंने सुरक्षा के लिए बाहर आकर शरण ली। प्रशासन ने इलाके में राहत कार्य आरम्भ किया तथा भूकंप के बाद किसी भी प्रकार के नुकसान को लेकर जाँच आरम्भ की।
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