29 सितंबर 2023 यानि आज इस वर्ष का अंतिम सुपरमून नजर आने वाला है। बता दें कि सुपरमून वह वक़्त होता है जब पूर्णिमा का दिन चंद्रमा अपने निकटतम बिंदु के बहुत नजदीक पहुँचता है जो कि बिना बिन्दु को छूए नहीं जाता है। यह देखने में बड़े आकार तथा चमकदार होता है। हार्वेस्ट मून वह पूर्णिमा होती है जो सितंबर महीने के आसपास आती है तथा उत्तरी गोलार्ध क्षेत्र में नजर आती है। बता दें कि पिछले 4 जुलाई को फुल बक मून, अगस्त में दो सुपरमून के पश्चात हार्वेस्ट मून इस वर्ष का चौथा और अंतिम सुपरमून है।
हिंदू पंचांग के मुताबिक, हार्वेस्ट मून 29 सितंबर को भारत में शाम 6:17 बजे नजर आएगा। हार्वेस्ट मून के चलते चंद्रमा अपने पूरे गर्मी में पृथ्वी के नजदीक आता है। इसके परिणामस्वरूप यह बहुत बड़ा और चमकदार नजर आता है, जिससे लोगों को ऐसा लग सकता है कि कई पूर्ण चंद्रमा एक साथ हैं। इस बार यह सुपरमून वैज्ञानिकों के लिए बहुत अहम माना जा रहा है। इस के चलते आज लोग रात के आकाश में बुध, बृहस्पति और शनि को भी देख सकेंगे।
सुपरमून एक रोमांचक चंद्रमा दृश्य होता है, जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे निकट आता है तब इसका प्राकृतिक चमक बहुत ज्यादा होता है। जिससे लोगों को चांद देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। इसका नाम हार्वेस्ट मून इसलिए है क्योंकि यह समय होता है जब अमेरिका के कई क्षेत्रों में मक्के की कटाई की जाती है तथा इसे कॉर्न मून भी बोला जाता है। बता दें कि 1970 के दशक में ज्योतिषी रिचर्ड नोल द्वारा सुपरमून नाम गढ़ा गया था।
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