नई दिल्ली: भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी राम सेतु का जीर्णोद्धार कराना चाहते हैं। इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करवाने के लिए केंद्र सरकार से निरंतर मांग करते रहे हैं। इसके लिए उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका भी दाखिल की है, जिस पर कल यानी 26 जुलाई को सुनवाई होगी। वहीं अब सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया है कि वह क्यों रामसेतु का जीर्णोद्धार करवाना चाहते हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए बताया है कि रामसेतु की लव स्टोरी ताज महल से कहीं अधिक पुरानी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'मेरे परिचित एक नवविवाहित जोड़े ने ताजमहल का दौरा करने के बाद मुझसे मुलाकात की और हमारी बातचीत में उन्होंने मुझसे सवाल किया कि मैं राम सेतु को बहाल करने के लिए क्यों उत्सुक हूं। मैंने उनसे कहा कि राम सेतु ताजमहल से भी अधिक पुरानी मोहब्बत की कहानी है। तब मैंने पूछा कि वे पहले राम सेतु क्यों नहीं गए?'
भाजपा सांसद ने कहा है कि सरकार ने रामसेतु के अस्तित्व को स्वीकार कर लिया है। स्वामी का दावा है कि रामसेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करने की मांग पर संबंधित विभाग के केन्द्रीय मंत्री की तरफ से 2017 में एक मीटिंग बुलाई गई थी। मगर, इसके बाद इस मामले पर कुछ नहीं हुआ। NDA सरकार के पहले कार्यकाल में ‘सेतुसमुद्रम शिप चैनल परियोजना’ आरंभ की गई थी और स्वामी ने इसका विरोध किया था। इसके विरोध में स्वामी ने जनहित याचिका दाखिल करते हुए इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की थी।
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