9 अक्टूबर को गुरु वृषभ राशि में वक्री अवस्था में प्रवेश करेंगे। इस दिन गुरु प्रातः 10 बजकर 01 मिनट पर वृषभ राशि में जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में गुरु का राशि परिवर्तन बहुत विशेष माना जाता है, जिसका असर देश-दुनिया पर भी पड़ता है। ग्रहों के वक्री होने से उनके नतीजे भी उल्टे हो जाते हैं। वक्री ग्रह अत्यधिक शक्तिशाली होते हैं तथा यह ध्यान देने योग्य है कि सूर्य और चंद्रमा कभी वक्री नहीं होते। गुरु का वक्री होना कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ के लिए अशुभ माना जा रहा है।
मिथुन:
गुरु का वक्री होना मिथुन वालों के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तथा आकस्मिक लाभ की संभावना बन रही है। कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है।
कर्क:
गुरु का वक्री होना कर्क वालों के लिए भी अच्छा है। तरक्की के योग बन रहे हैं तथा किसी नए कार्य की शुरुआत की जा सकती है। व्यापारियों के लिए यह वक़्त लाभकारी माना जा रहा है।
कन्या:
कारोबारियों को इस वक़्त लाभ हो सकता है। नौकरी में अच्छी तरक्की के योग बन रहे हैं तथा पैतृक संपत्ति लाभकारी साबित हो सकती है।
वृश्चिक:
इस समय भाग्य का साथ मिलेगा एवं सभी इच्छाएं पूरी होंगी। नौकरी के कारण विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है, जबकि दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
धनु:
धनु वालों के करियर में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। वे परिवार के साथ अधिक समय बिताएंगे तथा तरक्की के नए मार्ग प्राप्त होंगे। दोस्तों का भी साथ मिलेगा।
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