खुलेआम ATM ही उखाड़ कर ले गए बदमाश, 6 महीने में 7 बार हुईं इस तरह की वारदातें

खुलेआम ATM ही उखाड़ कर ले गए बदमाश, 6 महीने में 7 बार हुईं इस तरह की वारदातें
Share:

गिरिडीह: झारखंड (Jharkhand) में बैंक लूट (Bank Loot) का अपराध का ट्रेंड बदल गया है। अपराधी अब बैंकों में डाका कम डालते हैं, वो पैसों से भरा एटीएम (ATM) ही उखाड़कर ले जाते हैं। पिछले 6 महीने के चलते प्रदेश में एटीएम उखाड़ने-काटने की 7 वारदातें हुई हैं। अधिकतर मामलों में पुलिस के हाथ खाली रहे हैं। मंगलवार रात क्रिमिनल्स के एक गिरोह ने गिरिडीह (Giridih) जिले के निमियाघाट थाना इलाके अंतर्गत इसरी बाजार के शिवाजी नगर मौजूद एक्सिस बैंक का ATM उखाड़ लिया। 

हालांकि, पुलिस ने कुछ ही घंटों पश्चात् ही लूटा गया ATM जब्त कर लिया। ATM में तकरीबन 27 लाख रुपये थे। डुमरी के एसडीपीओ मनोज कुमार (Manoj Kumar) ने बताया कि इस संबंध में 3 व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, पूछताछ की जा रही है। इससे पहले 7-8 जून की दरमियानी रात को पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा में ब्लॉक रोड के समीप बैंक ऑफ इंडिया के ATM को बदमाशों ने गैस कटर से काट डाला था। इस ATM में 12 लाख 86 हजार रुपये थे। चौंकाने वाली बात ये है कि यह ATM बहरागोड़ा थाना इलाके से सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। 

कहा जा रहा है कि अपराधी जब ATM को नुकसान पहुंचा रहे थे, तब बैंक के मुंबई मौजूद मुख्यालय को अलर्ट भी मिला। बैंक ने बहरागोड़ा थाना को खबर देने का प्रयास किया, किन्तु फोन कनेक्ट नहीं हुआ। बहरागोड़ा के थाना प्रभारी मुकेश शरण को प्रातः लगभग 5 बजे सूचना प्राप्त हुई तो पुलिस मौके पर पहुंची, मगर तब तक लुटेरे एटीएम काटकर ले जा चुके थे। पुलिस के अनुसार, अपराधियों ने CCTV कैमरे पर स्प्रे मार दिया था, जिससे उनकी तस्वीरें कैद ना हो सके।

भारतीय होते हुए भी बांग्लादेश में रहने को मजबूर हैं ये 150 परिवार, सरकार ने बनाई ये योजना

जय शाह के बयान से बौखलाया पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, उठाने जा रहा बड़ा कदम

फिर लगेंगे प्रतिबंध! कोरोना मामलों में तेजी आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने दिया ये बड़ा बयान

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -