कतर में होने वाले FIFA वर्ल्ड कप 2022 में इस्तेमाल होने वाली आधिकारिक मैच गेंद जारी की गई जिसका नाम ‘अल रिहला’ दिया गया है। ‘अल रिहला’ का मतलब अरबी भाषा में ‘यात्रा’ होता है जिसे कतर के ध्वज, वास्तुकला और नौकाओं से प्रेरित होकर बनाया जा रहा है। यह पहली वर्ल्ड कप गेंद है जिसे बनाने में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है जिसमें केवल ‘वाटर बेस्ड’ स्याही (पानी में घुलने वाले रंग) और ग्लू का उपयोग किया जा चूका है । यह किसी भी अन्य वर्ल्डकप गेंद से ज्यादा रफ्तार से आगे बढ़ती है जिसे खेल का सामान बनाने वाली कंपनी एडिडास ने बनाया था।
2002 फीवरनोवा: त्रिकोणीय डिजाइन वाली वर्ल्ड कप गेंद। 2003 महिला विश्व कप में लगभग ही डिजाइन वाली गेंद उपयोग की गई थी।
2006 टीमगीस्ट/टीमगीस्ट बर्लिन: टीमजिस्ट 14-पैनल वाली गेंद कही जा रही है। वर्ल्ड कप फाइनल में प्रत्येक मैच की अपनी व्यक्तिगत गेंद थी, जिस पर मैच की दिनांक, स्टेडियम और टीम के नाम छपे थे। फाइनल मैच में एक विशेष संस्करण सोने के रंग का टीमजिस्ट बर्लिन का उपयोग किया जा चुका है।
2010 जबुलानी: इस बॉल में 8 पैनल हैं। फाइनल मैच के लिए एक विशेष प्रकार का उपयोग किया गया था जिसका नाम था- गोल्ड जो’बुलानी (बाईं ओर की तस्वीर)। क्योंकि फाइनल मैच जोहान्सबर्ग में होना था जिसके लिए ‘जो बर्ग’ से प्रेरित इसका नाम रख दिया है। गेंद विवादों में भी रही। खिलाडिय़ों और प्रशंसकों ने तर्क दिया कि इसकी मूवमेंट आसामान्य है।
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