नई दिल्ली: भारत के दो राज्यों उत्तर प्रदेश और असम में आतंक का गढ़ बन चुके मदरसों पर बुलडोजर एक्शन की खबरें सुर्ख़ियों में हैं, मगर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इससे बिल्कुल विपरीत माहौल देखने को मिल रहा है। हाल ही में LnDO (Land And Development Office) की जमीन पर स्थित अवैध मदरसे की असलियत दिखाने जब एक मीडिया की टीम वहां पहुँची, तो मदरसा संचालक व उसके साथियों ने कैमरामैन और रिपोर्टर को ही बंधक बना लिया।
अवैध बताया जा रहा ये मदरसा दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मौजूद हैं, जिसका नाम ‘मदरसा जामिया अरबिया’ है। जब ‘हेडलाइंस इंडिया‘ की एक टीम इस मदरसे की सच्चाई दिखाने के लिए यहाँ पहुँची, तो शुरू में तो उनके साथ थोड़ी कहासुनी की गई, मगर जब रिपोर्टर सवाल पूछता गया तो उसे और कैमरामैन को बंधक बना लिया गया। गौरतलब है कि हाल ही में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आदेश दिया है कि राज्य के तमाम मदरसों का सर्वे किया जाए और उनकी रिपोर्ट प्रशासन के पास जमा की जाए। वहीं यूपी सरकार राज्य की शिक्षा व्यवस्था के कायाकल्प की दिशा में नए प्रयासों में जुटी हुई है। इसको लेकर मदरसों के सर्वे को लेकर सभी जिलों के जिलाधिकारियों को भी निर्देश दे दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, इसके लिए 5 अक्टूबर, 2022 तक की समयसीमा भी निर्धारित की गई है। उन मदरसों का सर्वे किया जाएगा, जो गैर-मान्यता प्राप्त हैं। एक अहम मीटिंग के बाद उसमें स्पष्ट कर दिया गया कि सर्वे में SDM, BSA (बेसिक शिक्षा अधिकारी) और जिला अल्पसंख्यक अधिकारी उपस्थित रहेंगे। ये रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी, जिसे वो आगे सरकार के पास पहुंचाएंगे। वहीं इसका उद्देश्य मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और आधुनिक बनाने का है। लेकिन, मुस्लिम संगठनों द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जा रहा है, दरअसल, ये संगठन योगी सरकार के इस फैसले को मुस्लिम विरोधी कदम मान रहे हैं और इसका विरोध कर रहे हैं।
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