पटना: सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार (25 अगस्त) को चारा घोटाला मामलों में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता लालू प्रसाद यादव की जमानत को चुनौती देने वाली CBI की अपील पर सुनवाई अक्टूबर में तय की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के सीएम और लालू के गठबंधन सहयोगी नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सभी को 'जानबूझकर परेशान' कर रहा है। इस बीच, भाजपा ने आरोप लगाया कि JDU और अन्य पार्टियों ने ही लालू के खिलाफ काम किया है।
नितीश कुमार ने प्रेस वालों से कहा कि, 'बेचारे (लालू को) को परेशान कर रहे है।' उन्होंने कहा कि, 'केंद्र में बैठे लोग जानबूझकर सभी को परेशान कर रहे हैं।' भाजपा के बिहार राज्य प्रमुख सम्राट चौधरी ने कहा कि, "लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मामलों के पीछे नीतीश कुमार ही थे।" बता दें कि, CBI ने कथित चारा घोटाले से जुड़े मामलों में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की जमानत रद्द करने की मांग करते हुए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई की ओर से पेश होते हुए, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ से मामले को शीघ्र सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया।
बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े चार मामलों में दोषी ठहराया गया है। ये मामले दुमका, देवघर, चाईबासा और डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े हैं। फिलहाल वह पहले तीन मामलों में इस आधार पर जमानत पर हैं। लालू प्रसाद को पिछले साल स्वास्थ्य आधार पर डोरंडा कोषागार मामले में झारखंड उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी। सीबीआई की विशेष अदालत ने 1995-1996 में डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से संबंधित मामले में उन्हें पांच साल जेल की सजा सुनाई थी। यह घोटाला 1985-1995 के बीच बिहार के पशुपालन विभाग में कुल लगभग 930 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के मामलों को संदर्भित करता है। तब बिहार में कांग्रेस की सरकार थी और जगन्नाथ मिश्र मुख्यमंत्री थे।
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