नई दिल्ली: पिछले हफ्ते धूमधाम से 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन मनाया गया। समारोह के दूसरे दिन चीफ गेस्ट सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी रहे। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में भी इनका उल्लेख ऐसे भारतवंशी के रूप में किया था, जो विदेश में रहकर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। संतोखी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि पूरे विश्व को भारत जैसे देश की आवश्यकता है, जो विवादों को सुलझाने में हमेशा अग्रिणी भूमिका निभाए और जी-20 जैसे बड़े मंच में दक्षिण की आवाज बने। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए अपने समर्थन को भी दोहराया
राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने एक इंटरव्यू में कहा कि G20 के अध्यक्ष के रूप में भारत अब बेहद महत्वपूर्ण है, न सिर्फ जी20 सदस्यों के लिए बल्कि कई अन्य देशों के लिए जिनके पास सीट नहीं है और ऐसे बड़े स्टेज पर वो आवाज नहीं उठा सकते। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को इसमें शामिल करने के लिए एक काफी अच्छी रणनीतिा आरम्भ की है। चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने आगे कहा कि, 'मेरा देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की सदस्यता का समर्थन करता है।'
उन्होंने कहा कि, भारत ने कई मुद्दों पर शांतिपूर्ण समाधान के क्षेत्र में विश्व को अपनी क्षमता और ताकत दर्शाई है। भारत ने दुनिया को दिखाया है कि वह विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने कहा है कि नेतृत्व के क्षेत्र में, हमने देखा है कि भारत हमेशा ऐतिहासिक तौर पर शांति और संवाद के मार्ग पर चल रहा है। और इस समय जब हमारे बीच उथल-पुथल और संघर्ष है, तो आपको ऐसे नेता की तलाश करनी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना और उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध ने अंतर्राष्ट्रीय स्थितियां बदल दी हैं। कोरोना महामारी के बाद कई देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। वहीं भारत मजबूती के साथ खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ऐसे समय पर देश का नेतृत्व करने के लिए पीएम मोदी बिल्कुल सही व्यक्ति है।
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