डीएवी हेहल में डीएवीकॉलेज मैनेजिंग कमेटी, नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का कल सोमवार को समापन हुआ. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुंबई के टीआईएसएस की प्रशिक्षक मनीषा वालिया भी उपस्थित थीं. बेस्ट ट्रेनर के अवार्ड से सम्मानित मनीषा वालिया ने कहा कि शिक्षक की यह जिम्मेदारी होती हैं कि वे बच्चों के भीतर उच्च व्यक्तित्व का निर्माण करें. ज्ञान की बातें तो हम गूगल, पुस्तकालय सहित अन्य माध्यमों से भी प्राप्त कर सकते हैं, किंतु शिक्षक द्वारा व्यावहारिक रूप से प्राप्त ज्ञान काफी महत्वपूर्ण होता है. साथ ही मनीषा वालिया ने एलकेजी से लेकर दूसरी कक्षा तक की शिक्षिकाओं को खेल पद्धति से पढ़ाने की तकनीक भी साझा की.
उन्होंने आगे बताया कि हमारा आगे बढ़ने का प्रयास सकारात्मक सोच के साथ होना चाहिए. अक्सर देखा जाता है की जो भी बाते हमारे दिमाग को घेरने लगती हैं, उनमे नयापन लाना बहुत मुश्किल हो जाता हैं. देश के दो प्रधानमंत्री और वर्तमान राष्ट्रपति डीएवी के विद्यार्थी रहे हैं.
डीएवी सिल्ली के प्रिंसिपल एके मिश्रा ने भी आयोजित कार्यशाला में अपने विचार रखें. एके मिश्रा ने बताया कि शिक्षक बच्चों के लिए आदर्श हो सकते हैं, यदि उनका व्यवहार समाज में विनम्र हो. बच्चों को सम्मान देने की भावना हो और कभी भी उनकी बुराई करके प्रोत्साहित करने की आदत हो.
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