सरकार और बिजली कम्पनियो ने मिल कर जनता को एक और झटका देने की तैयारी कर ली है. आगामी दिनों में बिजली की दरों में 15-18% तक की बढ़ोतरी की जा रही है, साथ ही ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए खबर और ज्यादा झटके वाली है. क्योकि ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए ये बढ़ोत्तरी 150 फीसदी तक होगी.
निकाय चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के बाद नई दर लागु की जाएगी. राज्य विद्युत् आयोग गुरुवार को दिल्ली में नई दरों का एलान कर सकता है. बिजली कंपनियों ने 22% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था जो की 15-18% तक मान्य किये जाने की खबर है. दरों को लागु करने के लिए भी विभाग और कंपनीयों के बीच लम्बी खींचतान हुई. जहां कम्पनिया 1 नवम्बर से नई दरें लागु करने पर आमादा थी, वही निकाय चुनाव के मद्देनज़र मतदान पर होने वाले असर को देखते हुए, चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के बाद लागु करने के निर्णय पर सहमति बनी.
चुनाव के दौरान लागु आचार सहिंता के चलते नई दरों का एलान करना अनुचित करार देते हुए विभाग ने ये फैसला लिया. हालांकि सत्तारूढ़ बीजेपी के कुछ नेता भी इसी पक्ष में थे. चौतरफ़ा मॅहगाई की मार के साथ बड़ी हुई बिजली की दरें जनता की मुश्किलें और बढ़ाने वाली है. साथ ही साथ ग्रामीण किसान वर्ग की जेब पर भी अत्तिरिक्त भार पड़ने वाला है.