दुनिया की शीर्ष सस्थाएँ मानवता और समाज के उत्थान के लिए कई बड़े कार्य करती है. इन शीर्ष संस्थाओं द्वारा विज्ञान, शिक्षा, पर्यावरण, और कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विकास के लिए दुनिया भर में कार्य किया जाता है और फंड दिया जाता है. लेकिन इन संस्थाओ के कुछ लोग काफी विवादों में रहते है. इन पर कई बार व्यक्तिगत रूप से तो कई बार सामाजिक रूप से आरोप लगाए जाते है. ऐसा ही एक मामला नोबेल साहित्य पुरस्कार देने वाली द स्वीडिश एकेडमी से जुड़ा हुआ है जिसमे समिति से संबंध रखने वाले एक व्यक्ति पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगने के बाद समिति ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया है.
उल्लेखनीय है कि द स्वीडिश एकेडमी ने समिति से संबंध रखने वाले एक व्यक्ति पर प्रतिबंध लगा दिया है.18 महिलाओं की तरफ से इस व्यक्ति के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए है जिसे स्वीडन के बडे न्यूजपेपर ने छापा था. यह व्यक्ति स्टॉकहोम कल्चरल सेंटर का निदेशक है और स्टॉकहोम कल्चरल सेंटर को द स्वीडिश एकेडमी से फंड दिया जाता है.
बता दे कि द स्वीडिश एकेडमी ने इस व्यक्ति के खिलाफ खबर छपने के बाद 10 दिसंबर को आयोजित होने वाले नोबेल समारोह के मेहमानों की सूची से भी उसका नाम हटा दिया है. न्यूज पेपर में छपी खबर के मुताबिक साल 1996 से 2017 के दौरान युवक ने यौन उत्पीड़न की घटनाए की थी.
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