अहमदाबाद: भारत-नेपाल सीमा के हिमालय क्षेत्र में बहने वाली शारदा नदी (Sharda River) को यमुना नदी से जोड़ने की योजना पर काम किया जा रहा है. दरअसल, सरकार ने नदी जोड़ो योजना के अंतर्गत, यमुना से जोड़ने के लिए नेपाल की शारदा नदी को चिन्हित किया है. जिससे अब राजस्थान, हरियाणा और गुजरात तक लाने के ‘भागीरथी’ प्रयास को साकार करने पर काम चल रहा है.
अगर सब कुछ निर्धारित की गई योजना के मुताबिक हुआ, तो आने वाले 15 से 20 वर्षों में गुजरात सहित 4 बड़े राज्यों को इस नदी का पानी मिलने लगेगा. हालांकि ये नदियों के एकत्रीकरण की परियोजना ‘शारदा-यमुना-राजस्थान-साबरमती लिंक प्रोजेक्ट’ के तहत ही संभव हो पाएगा. दरअसल, इस प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो चुकी है, जिसमें अभी एक लाख करोड़ का अनुमानित खर्च आने की संभावना है. वहीं, इस प्रोजेक्ट से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को सबसे अधिक लाभ मिलेगा.
इसके साथ ही 'शारदा-युमना-राजस्थान-साबरमती लिंक प्रोजेक्ट' की फिजिबिलिटी रिपोर्ट बन चुकी है. इस दौरान नेपाल में पंचेश्वर नदी पर बांध परियोजना पूरा होने के बाद अगले चरण पर काम शुरू हो सकता है. हालांकि प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 1835 किलोमीटर है. इसके तहत हिमालय की नदियों की तरफ बहने वाले ज्यादा पानी को जरूरतमंद प्रदेशों की तरफ मोड़ने का प्रयास होगा.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति महात्मा गांधी की "नई तालीम" का अनुसरण करती है: उपराष्ट्रपति