नरसिंहपुर: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के नवल गांव में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 5 दिवसीय हनुमंत कथा चल रही है. इस बीच, शुक्रवार को कथा सुनने आई एक 70 साल की महिला की अचानक तबीयत ख़राब हो गई. महिला को तत्काल जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
महिला की मौत को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है कि अत्यधिक गर्मी के कारण तबीयत बिगड़ी. वहीं, लोग चिकित्सालय प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं. बिना पोस्टमार्टम के ही शव घरवालों को सुपुर्द कर दिया गया. लोगों का कहना था कि यदि पोस्टमार्टम होता तो मौत के वास्तविक कारण का पता चल जाता. नरसिंहपुर के विपतपुरा गांव की 70 वर्षीय सुशीला बाई विश्वकर्मा गांव की कुछ महिलाओं एवं परिजनों के साथ शुक्रवार दोपहर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा सुनने के लिए नवल गांव पहुची थी. पंडाल में इतनी भीड़ थी कि पैर रखने की भी जगह नहीं थी. इसी बीच, महिला पंडाल के अंदर किसी प्रकार से बैठ गई. थोड़ी देर पश्चात् महिला की तबीयत बिगड़ गई तथा देखते ही देखते वह बेहोश होकर गिर पड़ी. सुरक्षा व्यवस्था में तैनात लोग महिला को लेकर अस्थाई बेस कैंप चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां मौजूद चिकित्सक ने एंबुलेंस से महिला को जिला चिकित्सालय भेज दिया.
वृद्ध महिला के साथ आई एक अन्य दूसरी महिला ने बताया कि गांव में पता चला कि नवलगांव में बागेश्वर धाम के महाराज जी आ रहे हैं तो दर्शन करने आए थे. जब हम दरबार में पहुंचे तो देखा कि बहुत भीड़ है तथा पंडाल में बेहद गर्मी है. तभी सुशीला की तबीयत बिगड़ गई. मृतक महिला के परिजन रूपेश विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी सासू मां सुशीला बाई विपतपुरा गांव में अकेली रहती हैं. बेटा एवं बहू अपने पोते के साथ गाडरवारा में रहता है. बताया जाता है कि प्रशासन की तरफ से पहले कहा गया था कि पोस्टमार्चम के पश्चात् महिला का शव दिया जाएगा, किन्तु देर शाम घरवालों को बुलाकर बिना पोस्टमार्टम के ही सुपुर्द कर दिया गया. नरसिंहपुर SDM मणिंद्र सिंह ने बताया कि वृद्ध महिला की मौत अत्यधिक गर्मी होने के कारण (हीट स्ट्रोक) से हुई है. फिलहाल महिला का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अफसर डॉ राकेश बोहरे ने बताया कि गर्मी अधिक होने की वजह से महिला की तबीयत खराब हुई है.