हमेशा अपने विवदित बयानों से सुर्ख़ियों में रहने वाले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय एक दफा फिर गर्माते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि, शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार के दावे बडे़-बडे़ हैं. रिजल्ट मामूली है और चुनौती का प्रभाव अब भी बहुत कम नहीं दिखता. इन स्थितियों के बीच, सिस्टम में सुधार के लिए सरकार ने अल्टीमेटम का चाबुक चलाने का इरादा जाहिर किया है.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आगे कहा कि, प्राइवेट स्कूलों के बाहर पार्किंग अब स्वीकार नहीं होगी. स्कूलों को अपने कैंपस में पार्किंग का इंतजाम करना होगा, नहीं तो कार्रवाई झेलनी होगी. दो अभिभावकों को किताबों के मामले में राहत देने के मामले में कोई समझौता नहीं होगा. जिस पब्लिसर्स ने डुप्लीकेसी की कोशिश की, उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) तक लगाने की कोशिश की जाएगी.
अरविंद पांडेय ने डीजीपी अनिल रतूड़ी से भी इस संबंध में बात की है. सरकार ने दून समेत प्रदेश के सभी स्थानों पर स्कूलों के बाहर पार्किंग की व्यवस्था पर कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया है. 10 दिन का समय प्रदेश के सभी स्कूलों को दिया जा रहा है. स्कूलों से कहा जा रहा है कि वह अपने वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था अपने कैंपस में करें या फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
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